नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बाहरी दिल्ली के बपरोला गांव के दो गोदाम में छापा मारकर 1323 किलो पटाखा बरामद किया है. इनकी बिक्री करने वाले दो आरोपियों को ड्राइवर के साथ गिरफ्तार किया गया है. आरोपियों की पहचान नांगलोई निवासी 40 वर्षीय मनोज कुमार, रोहतक हरियाणा निवासी संजय यात्री और रोहिणी निवासी विपिन कुमार के रूप में हुई है.
क्राइम ब्रांच के डीसीपी सतीश कुमार ने बताया कि 11 सितंबर को क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि बपरोला गांव के गोदाम में भारी मात्रा में पटाखे रखकर उसकी सप्लाई दिल्ली के अलग-अलग इलाके में की जा रही है. सूचना मिलते ही जांच शुरू की गई. जानकारी के बाद टीम का गठन किया गया, जिसने गोदाम में छापेमारी कर पटाखा बरामद किया. साथ ही उसके साथी संजय अत्रि को भी गिरफ्तार किया गया, जो कि पेशे के ड्राइवर है और वही अपने पिकअप वाहन से अलग-अलग इलाके में पटाखे की सप्लाई करता था. क्राइम ब्रांच ने गैंग में शामिल गोदाम मालिक विपिन को भी गिरफ्तार किया है.
धोखाधड़ी का आरोपी गिरफ्तार: वहीं एक अन्य मामले में दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने हाई प्रोफाइल धोखधड़ी मामले में फरार स्वदेश रंजन मिश्रा उर्फ दुर्गेश को गिरफ्तार किया है. मामले की जांच स्पेशल सेल कर रही थी. अधिकारियों ने बताया कि इंस्पेक्टर गुरमीत सिंह की टीम आरोपी को पकड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही थी. इसी दौरान पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि आरोपी अपने दोस्त से मिलने के लिए पंचशील पार्क आएगा. पुलिस टीम ने मैनुअल इंटेलिजेंस और तकनीकी निगरानी शुरू की और आरोपी को पंचशील पार्क स्थित एक कार्यालय में अपने सहयोगी सचिन मित्तल से मिलने से पहले ही दबोच लिया.
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पूछताछ में पता चला कि आरोपी गाजीपुर (उत्तर प्रदेश) का रहने वाला है और उसने एमसीए की पढ़ाई की हुई है. इसके बाद उसने 2018 से 2022 तक सचिन मित्तल की कंपनी में काम किया. धोखाधड़ी के बारे में सुनील कुमार गुप्ता द्वारा शिकायत के बाद 2023 में एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसके बाद पुलिस ने उसके साथियों को धोखाधड़ी में गिरफ्तार किया था, लेकिन वह गिरफ्तारी से लगातार बच रहा था.
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