नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने हरियाणा के आर्म्ड रॉबरी मामलों में वांटेड चल रहे दो इंटरस्टेट लुटरों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. आरोपियों की पहचान विक्रम उर्फ मोनू और राकेश उर्फ सेंड के रूप में की गई. दोनों बदमाश हरियाणा के झज्जर के बादली गांव के रहने वाले हैं. आरोपियों के पास से 1 अत्याधुनिक पिस्टल, 1 देशी पिस्तौल और 8 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं. हरियाणा कोर्ट ने दोनों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी की थी.
बंदूक की नोक पर करते थे लूट
क्राइम ब्रांच डीसीपी सतीश कुमार के मुताबिक वेस्टर्न रेंज-I, राजौरी गार्डन की टीम ने हरियाणा के इन वांछित बदमाशों को गिरफ्तार किया है. हरियाणा के अलावा दिल्ली में भी इनके खिलाफ मामला दर्ज था. विक्रम उर्फ मोनू और राकेश उर्फ सैंड दोनों शातिर अपराधियों को तलाश क्राइम ब्रांच दिल्ली और हरियाण पुलिस को थी. आरोपी विक्रम हरियाणा में बंदूक की नोक पर लूट के कई मामलों में वांछित था. वेस्टर्न रेंज-I, अपराध शाखा नियमित निगरानी और गुप्त सूचना के जरिये सक्रिय अपराधियों, लुटेरों, हथियार डीलरों और संगठित अपराध पर कड़ी निगरानी रखे हुए है.
घटना को अंजाम देने की तलाश में थे आरोपी
इस कड़ी में अपराध शाखा को इनामी अपराधियों की तलाश के दौरान मुखबिर से एक गुप्त सूचना मिली की विक्रम नाम का एक शातिर अपराधी किसी अपराध को अंजाम देने के लिए अपने सहयोगी से मिलने के लिए द्वारका के सेक्टर-14 में आने वाला है. इस सूचना के आधार पर एसीपी डब्ल्यूआर-I अजय कुमार की कड़ी निगरानी में इंस्पेक्टर संदीप यादव के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. टीम ने आरोपियों की गतिविधियों का पता लगाने के लिए निगरानी रखी. इसके बाद मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने द्वारका में जाल बिछाया और आरोपी विक्रम उर्फ मोनू और राकेश उर्फ सैंड को गिरफ्तार कर लिया.
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लग्जरी लाइफ जीने के लिए अपनाया अपराध का रास्ता
आरोपी के प्रोफ़ाइल से पता चला कि विक्रम और राकेश उर्फ सैंड दोनों लग्जरी लाइफ जीने के लिए अपने गांव के कुख्यात लड़कों के संपर्क में आ गए. जल्दी पैसा कमाने के लिए अपराध को अंजाम देने लगे. विक्रम ने दिल्ली में बंदूक की नोक पर डकैती भी डाली थी और पकड़ा गया था. उसके बाद जेल से बाहर आने के बाद वह हरियाणा में वारदातों को अंजाम देने लगा. वह संदीप नाम के कुख्यात अपराधी के संपर्क में आया और उसके लिए काम करने लगा.
दूसरा आरोप राकेश उर्फ सैंड का कॉन्टेक्ट विक्रम और अपने गांव के कुख्यात अपराधियों से हुआ. वह आरोपियों की 'फेरारी' (भागने की अवधि) के दौरान ठहरने का इंतजाम किया करता था. इन दोनों की गिरफ्तारी के बाद हरियाणा के अलग-अलग जिलों के थानों में दर्ज ऑर्म्स डकैती, आर्म्स एक्ट आदि के कुल 6 मामलों को निपटाने का दावा भी किया है. आरोपी विक्रम पहले भी दिल्ली के कई पुलिस थानों में सशस्त्र डकैती, चोरी, आर्म्स एक्ट के 3 मामलों में शामिल रहा है.
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