नई दिल्ली: आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 155वीं जयंती है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बापू को राजघाट जाकर उन्हें नमन किया और पुष्प अर्पित किए. इसके अलावा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी राजघाट पहुंचकर राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि दी. नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी, लोकसभा स्पीकर ओम बिरला, केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर, वाइस प्रेजिडेंट जगदीप धनखड़, समेत कई बड़े नेताओं ने राजघाट पहुंचकर बापू को श्रद्धांजलि दी.
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और मुख्यमंत्री आतिशी भी सुबह राजघाट पहुंचे. यहां पहुंचकर उन्होंने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को नमन किया और उन्हें पुष्प अर्पित किए. इसके अलावा दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी विजय घाट भी पहुंचीं. यहां उन्होंने देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर विजय घाट पहुंचकर उन्हें याद किया. पुष्प अर्पित कर उन्हें पूर्व प्रधानमंत्री को श्रृद्धांजलि अर्पित की.
#WATCH | Delhi CM Atishi says, " today is the birth anniversary of mahatma gandhi. i think perhaps there never was anyone else like him in the world. he taught satyagraha through love and peace. he taught people to fight for the truth and fight against injustice. i think in this… https://t.co/J0JEPz5nCZ pic.twitter.com/A7SZFMxdvT
— ANI (@ANI) October 2, 2024
एलजी वीके सक्सेना भी विजय घाट पहुंचे. यहां उन्होंने पूर्व पीएम लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर उन्हें नमन किया. आज 2 अक्टूबर को देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जन्मदिन है तो वहीं देश पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी उनके जन्मदिन पर याद कर रहा है.
एक्स पर एक पोस्ट में, प्रधान मंत्री मोदी ने महात्मा गांधी को उनकी जयंती पर अपनी हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित की, सत्य, सद्भाव और समानता पर आधारित बापू के जीवन और आदर्शों के स्थायी प्रभाव पर जोर दिया और कहा कि ये सिद्धांत देश के लोगों को प्रेरित करते रहेंगे. पीएम मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "सभी देशवासियों की ओर से पूज्य बापू को उनकी जयंती पर नमन. सत्य, सद्भाव और समानता पर आधारित उनका जीवन और आदर्श हमेशा देशवासियों के लिए प्रेरणा बने रहेंगे।"
पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी. एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "देश के 'जवान', 'किसान' और 'स्वाभिमान' के लिए अपना जीवन समर्पित करने वाले पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को उनकी जयंती पर सादर श्रद्धांजलि।"
गांधी जयंती हर साल मोहनदास करमचंद गांधी की जयंती के रूप में मनाई जाती है, जिन्हें 'राष्ट्रपिता' के रूप में भी जाना जाता है। इस दिन पूरा देश महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि देता है और इसे राष्ट्रीय अवकाश के रूप में मनाया जाता है.
2 अक्टूबर, 1869 को गुजरात के पोरबंदर शहर में जन्मे, महात्मा गांधी या मोहनदास करमचंद गांधी ने अहिंसक प्रतिरोध अपनाया और अत्यंत धैर्य के साथ औपनिवेशिक ब्रिटिश शासन के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम में सबसे आगे थे. इसके परिणामस्वरूप भारत को अंततः 1947 में अपनी स्वतंत्रता प्राप्त हुई.
1904 में उत्तर प्रदेश में जन्मे, लाल बहादुर शास्त्री भारत के दूसरे प्रधान मंत्री थे और 1964 से 1966 तक सेवा की. पाकिस्तान के साथ ताशकंद संधि पर हस्ताक्षर करने के तुरंत बाद, 11 जनवरी, 1966 को 61 वर्ष की आयु में ताशकंद में उनकी मृत्यु हो गई. पूर्व पीएम शास्त्री एक महान दूरदर्शी नेता थे, जो लोगों की भाषा समझते थे और जिन्होंने देश को प्रगति की ओर अग्रसर किया. शास्त्री जी महात्मा गांधी की राजनीतिक शिक्षाओं से बहुत प्रभावित थे.
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