नई दिल्ली: दिल्ली के छत्रसाल स्टेडियम में शनिवार को दिल्ली सरकार ने बड़ी धूमधाम के साथ गणतंत्र दिवस मनाया. कार्यक्रम की मुख्य अतिथि रहीं दिल्ली की सीएम आतिशी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराकर कर दिल्ली समेत पूरे देश को बधाई दी. इस मौके पर उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य समेत अन्य सेवाएं मुफ्त देकर दिल्ली की जनता को बड़ी राहत पहुंचाई है. दिल्ली सरकार अपने बजट का 25 फीसद हिस्सा बच्चों को अच्छी शिक्षा देने पर खर्च करती है. पूरे देश में सिर्फ दिल्ली में 24 घंटे बिजली मिलती है. पिछले साल भीषण गर्मी के दिनों में भी पावर कट नहीं लगे. आज दिल्ली में रोजाना 11 लाख महिलाएं मुफ्त यात्रा का लाभ उठा रही हैं, इससे उनकी अर्थव्यवस्था में भागीदारी बढ़ी है.
अंग्रेजों के राज में भारतीयों के पास अपना प्रतिनिधि चुनने का नहीं था अधिकार
सीएम आतिशी ने कहा कि आज स्वतंत्रता सेनानियों को याद करने का दिन है, जिन्होंने देश की आज़ादी के लिए अपनी जान दी. बाबा साहब डॉ. अंबेडकर ने भारत की आज़ादी के बाद देश को संविधान दिया. आज उन महान लोगों को याद करने का दिन है, जिन्होंने एक आज़ाद भारत का सपना देखा और उस सपने के लिए अपनी जान कुर्बान कर दी. जब भारत पर अंग्रेजों का राज था, तब भारत बहुत अलग हुआ करता था. भारत के लोगों के पास अधिकार नहीं थे. भारत के लोगों के पास अपने प्रतिनिधि चुनने का अधिकार नहीं था और हमारे पास अपनी बात रखने का भी अधिकार नहीं था. सबसे बड़ी बात यह थी कि भारत के संसाधनों पर भी हमारा अधिकार नहीं था.
— Atishi (@AtishiAAP) January 25, 2025
हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने अधिकारों को पाने के लिए लड़ाइयां लड़ी
सीएम आतिशी ने कहा कि हज़ारों सालों से कहा जाता था कि भारत सोने की चिड़िया है. भारत जैसी मिट्टी, पानी, जंगल और पहाड़ वाला देश पूरी दुनिया में कहीं और नहीं था, लेकिन जब अंग्रेजों का राज था, तो इन संसाधनों का उपयोग भारत के लोगों के लिए नहीं किया जाता था. अंग्रेज हमारे देश से ये संसाधन बाहर लेकर जाते थे. देश के बच्चों को अच्छी शिक्षा नहीं मिलती थी, लोगों को अच्छा इलाज और रोज़गार नहीं मिलता था, क्योंकि भारतवासियों की सरकार भारत के लोग नहीं चुनते थे. हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ी. भारत के घरों से 18-20 साल के नौजवान आज़ादी की लड़ाई लड़ने के लिए निकले. वह कितना मुश्किल दौर रहा होगा. सामने अंग्रेजों का वह साम्राज्य था, जिसके बारे में कहा जाता था कि इस साम्राज्य में कभी सूर्य अस्त नहीं होता. दुनिया के एक कोने से दूसरे कोने तक अंग्रेजों का साम्राज्य फैला हुआ था. लेकिन फिर भी हमारे देश के स्वतंत्रता सेनानियों का जोश और जुनून था, जिसके बल पर उन्होंने आज़ादी की लड़ाई लड़ी. आज भी उन वीर जवानों के बारे में सोचकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं.
दिल्ली सरकार द्वारा छत्रसाल स्टेडियम में आयोजित गणतंत्र दिवस समारोह से दिल्ली के लोगों को संबोधन। LIVE https://t.co/T3qmoJDRiI
— Atishi (@AtishiAAP) January 25, 2025
हर बच्चे को अच्छी शिक्षा देने का बाबा साहब का सपना दिल्ली में पूरा हो रहा
सीएम आतिशी ने कहा कि बाबा साहब ने संविधान लिखकर यह सपना देखा था कि देश का हर बच्चा बराबर होगा. चाहे वह अमीर से अमीर घर से हो या गरीब से गरीब, हर बच्चे को अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए. पिछले 10 सालों से दिल्ली सरकार इसी सपने को साकार करने में लगी है. एक समय था, जब दिल्ली के सरकारी स्कूलों की स्थिति बहुत खराब थी. जब एक आम और गरीब परिवार का बच्चा सरकारी स्कूल में पढ़ने जाता था, तो उसे बराबरी की शिक्षा का अधिकार नहीं मिलता था. हमारे स्कूल टूटे-फूटे टिन शेड में चलते थे. उनकी पढ़ाई-लिखाई अच्छी नहीं होती थी. पीने का साफ पानी नहीं था और क्लासरूम में डेस्क तक नहीं होती थी. गरीब परिवारों के बच्चों को अच्छी पढ़ाई नहीं मिलती थी.
अब दिल्ली में गरीब परिवार के बच्चे भी इंजीनियरिंग और डॉक्टर बन रहे हैं
सीएम आतिशी ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानियों के सपनों को पूरा करने के लिए हमने दिल्ली सरकार में बड़े बदलाव लाने शुरू किए. सरकारी स्कूलों की शानदार नई इमारतें बनाई गई. बच्चों को अच्छे डेस्क और कंप्यूटर लैब दी गई. शिक्षकों को प्रशिक्षण के लिए विदेश भेजा गया. दिल्ली सरकार देश की इकलौती ऐसी सरकार है, जो अपने बजट का एक चौथाई, यानी 25 प्रतिशत हिस्सा बच्चों की शिक्षा और उनके भविष्य पर खर्च करती है. आज गरीब परिवारों के बच्चों को भी अच्छी शिक्षा मिल रही है. आज सरकारी स्कूलों के बच्चे नई ऊंचाइयों को छू रहे हैं. आज गरीब परिवार के बच्चे इंजीनियरिंग और मेडिकल कॉलेज में प्रवेश ले रहे हैं.
यह सरकारों की जिम्मेदारी है कि सभी को अच्छा और सुलभ इलाज मिले
सीएम आतिशी ने कहा कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और बाबा साहब का यह भी सपना था कि ऐसा कोई व्यक्ति न हो, जिसका इलाज पैसे की कमी के कारण न हो पाए. इस सपने को पूरा करने के लिए दिल्ली सरकार काम कर रही है. हम सबने कई बार खबरों में देखा है कि जब किसी आम परिवार का कोई सदस्य बीमार पड़ जाता है, तो उसका इलाज करवाने के लिए परिवार को अपने गहने और घर गिरवी रखना पड़ता है. लोगों को अपनी जमीन भी गिरवी रखनी पड़ती है. कुछ साल पहले मैं एक अस्पताल के आईसीयू के बाहर बैठी थी, मेरे परिवार के एक सदस्य का अंदर इलाज चल रहा था. वहीं, एक गरीब परिवार भी बैठा था. उस परिवार की बेटी के पिता और पति का अंदर इलाज चल रहा था. डॉक्टर ने उनसे कहा कि इनका इलाज करना बहुत मुश्किल है, इसमें बहुत खर्च आएगा और हो सकता है कि इसके बाद भी आपके पिता और पति बच न पाएं. तो उस महिला ने कहा कि मैं अपना घर और जमीन बेच दूंगी, लेकिन दोनों की जान बचाऊंगी. क्या एक महिला को यह चुनाव करना पड़ेगा कि वह अपना घर बचाए या पति की जान? ऐसी स्थिति देश के किसी व्यक्ति के सामने नहीं आनी चाहिए. यह हम सरकारों की जिम्मेदारी है कि हम स्वतंत्रता सेनानियों के इस सपने को भी पूरा करें.
दिल्ली में सरकारी अस्पतालों में इलाज मुफ्त होने से लोगों को बड़ी राहत मिली
सीएम आतिशी ने कहा कि पिछले 10 सालों से दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में जो इलाज हो रहा है, आज दिल्ली सरकार के अस्पतालों में सारा इलाज पूरी तरह मुफ्त है, चाहे वह इलाज 5 हजार रुपये का हो या 5 लाख रुपये का. दिल्ली में रहने वाले किसी भी व्यक्ति को अपने इलाज पर एक भी पैसा खर्च नहीं करना पड़ता, क्योंकि दिल्ली सरकार सारा खर्च उठाती है. आज दिल्ली के हर मोहल्ले और गली में मोहल्ला क्लीनिक खुले हुए हैं, जहां सारा इलाज, जांच और दवाइयां मुफ्त मिलती हैं. इन मोहल्ला क्लीनिकों में लोग छोटी-मोटी बीमारियों के इलाज के लिए जाते हैं, जिनके लिए वे कई बार यह सोचकर डॉक्टर के पास जाने से बचते थे कि हजारों रुपये खर्च हो जाएंगे. अब महिलाओं, बच्चों या बुजुर्गों को यह सोचने की जरूरत नहीं पड़ती, क्योंकि दिल्ली सरकार ने उनकी कालोनियों में मोहल्ला क्लीनिक बनाकर वर्ल्ड क्लास इलाज दिया है.
दिल्ली देश का इकलौता ऐसा राज्य है जहां 24 घंटे बिजली मिलती है
सीएम आतिशी ने कहा कि दिल्ली और देश के आगे बढ़ने के लिए इस शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर को भी आगे बढ़ाने की जरूरत है. दिल्ली देश का इकलौता ऐसा राज्य है जहां 24 घंटे बिजली मिलती है. दिल्ली वह राज्य है, जहां का पावर इंफ्रास्ट्रक्चर 2024 की तपती गर्मी में भी फेल नहीं हुआ. पिछले साल पूरे देश में इतनी भीषण गर्मी पड़ी कि तापमान 50 डिग्री के ऊपर चला गया. देश का कोई ऐसा हिस्सा नहीं बचा, जहां 6-6 घंटे के पावरकट न लगे हों या बिजली न गई हो. लेकिन दिल्ली देश का इकलौता ऐसा राज्य है जिसने हर नागरिक को बिना किसी पावरकट के 24 घंटे बिजली उपलब्ध कराई.
हमने दिल्ली में सड़कों, फ्लाईओवर, मेट्रो और बसों का भी तेजी से विकास किया
सीएम आतिशी ने कहा कि आज न सिर्फ दिल्ली का पावर इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर हुआ है, बल्कि पिछले दस सालों में दिल्ली में सड़कों, फ्लाईओवर, मेट्रो और बसों का भी तेजी से विकास हुआ है. पिछले 10 सालों में पंजाबी बाग, आनंद विहार, वजीराबाद समेत 38 फ्लाईओवर बनाए गए हैं, जिससे दिल्ली की अर्थव्यवस्था की गति बढ़ी. दिल्ली में मेट्रो का भी तेजी से विकास हुआ है. 450 किलोमीटर की मेट्रो लाइन ने दिल्ली के हर कोने को आपस में जोड़ दिया है. अब दिल्ली के किसी भी कोने में रहने वाला व्यक्ति आसानी से दूसरे कोने तक काम या पढ़ाई करने के लिए जा सकता है.
पिछले पांच सालों में महिलाओं ने 150 करोड़ बार मुफ्त बस यात्रा का लाभ उठाया
सीएम आतिशी ने कहा कि दुनियाभर के अर्थशास्त्री कहते हैं कि किसी देश की अर्थव्यवस्था तभी आगे बढ़ती है जब उस देश की महिलाएं आगे बढ़ती हैं. हमने दिल्ली की लड़कियों को सरकारी स्कूलों में बेहतरीन शिक्षा की सुविधाएं प्रदान की. पहले दिल्ली में केवल 11 प्रतिशत महिलाएं काम करने के लिए अपने घरों से बाहर निकलती थीं. महिलाओं की अर्थव्यवस्था में भागीदारी बढ़ाने के लिए, पिछले 5 सालों से दिल्ली में महिलाओं के लिए बस यात्रा को मुफ्त कर दिया गया है. अब हमारी बेटियों को कॉलेज जाने के लिए यह नहीं सोचना पड़ता कि बस का किराया कहां से आएगा. जब कोई महिला नौकरी करने जाती है, तो उसे यह चिंता नहीं होती कि आने-जाने का किराया इतना ज्यादा है कि फिर वह पैसे कैसे बचाएगी. आज दिल्ली की बसों में हर दिन 11 लाख महिलाएं मुफ्त यात्रा करती हैं. पिछले पांच सालों में दिल्ली की महिलाओं ने 150 करोड़ से भी ज्यादा बार मुफ्त बस यात्रा का लाभ उठाया है.
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