नई दिल्लीः दिल्ली विधानसभा चुनाव में तमाम राजनीतिक पार्टियों की दलित वोट बैंक पर नजरेx गड़ी हुई है. विधानसभा चुनाव में दलित वोट बैंक को हासिल करने के लिए राजनीतिक दलों में खींचतान तेज हो गई है. जहां एक तरफ आम आदमी पार्टी खुद को दलितों का पक्का हितैषी होने का दावा कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस आम आदमी पार्टी पर दलित विरोधी होने का आरोप लगा रही है. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस दलितों के मुद्दों पर आम आदमी पार्टी को गिरने की कोशिश में लगी हुई है.
हाल ही में दिल्ली सरकार ने ग्रंथियां और पुजारी को 18000 रुपए महीना वेतन देने की घोषणा की थी. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता उदित राज का कहना है कि हम आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा की गई इस घोषणा का विरोध नहीं करते हैं लेकिन दिल्ली में 314 बुद्ध विहार और 150 वाल्मीकि मंदिर और इतने ही रविदासी मंदिर और चर्च हैं. बौद्ध धर्म की पूजा करने वाले बौद्ध भिक्षु रविदास और वाल्मीकि मंदिर एवं चर्च के पुजारियों के लिए आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा 18 हजार रुपए के वेतन की घोषणा क्यों नहीं की गई. कल हम अरविंद केजरीवाल से जवाब मांगने गए थे.
बौद्ध भिक्षुओं को गिरफ्तार किया गया: उदित राज ने आगे कहा दलित विरोधी अरविन्द केजरीवाल के घर के सामने से मुझे और बौद्ध भिक्षुओं को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया. अरविंद केजरीवाल की दलित और आरक्षण विरोधी सोच कोई नई नहीं है. उदित राज ने दावा किया कि 2 अगस्त, 2008 को जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के ताप्ती छात्रावास में यूथ फॉर इक्विलिटी फोरम के मंच से आरक्षण के विरोध में बोला था. इन्होंने यूथ फॉर इक्विलिटी का नेतृत्व करके आरक्षण की खिलाफत किया था. ये डॉ. अंबेडकर के नाम पर दलितों का वोट लेते हैं, लेकिन डॉ. अंबेडकर के विचारों और दलितों से घृणा करते हैं. उन्होंने आगे कहा की केजरीवाल जब पंजाब में सत्ता में नहीं थे तो वायदा किया था कि दलित उपमुख्यमंत्री बनायेंगे लेकिन सत्ता में आने पर नहीं बनाया. जाति जनगणना पर भी केजरीवाल जी चुप्पी साधे हुए हैं. स्पष्ट है कि केजरीवाल घोर दलित विरोधी हैं.
वाल्मीकि समाज को नहीं मिला मुआवजा: उदित राज ने आगे कहा AAP ने कहा था कि सफाई के दौरान अगर किसी वाल्मीकि समाज के व्यक्ति की मृत्यु हो जाए तो उसे 1 करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाएगा, लेकिन ऐसा कुछ नहीं किया. AAP सरकार ने बाकी लोगों को तीर्थ स्थल भेजा लेकिन अंबेडकर वादियों को महू या बौद्धों को गया भेजने का कोई प्रावधान नहीं किया. दलित विरोधी अरविन्द केजरीवाल के घर के सामने से मुझे और बौद्ध भिक्षुओं को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया.
वाल्मीकि और दलित समाज से मिली AAP को ताकत: पूर्व सांसद उदित राज ने कहा कि AAP को सबसे बड़ी ताकत दलित और वाल्मीकि समाज से मिली, लेकिन इन्होंने इस समाज के लिए कुछ भी नहीं किया. AAP ने कहा था कि हम आउटसोर्सिंग को बंद करेंगे, लेकिन 10 साल में ये सिर्फ 429 नौकरी दे पाए और सारा आउटसोर्स करते गए. ऐसा करके आम आदमी पार्टी ने आरक्षण को ख़त्म करने और उसे कमजोर करने का काम किया.
AAP को घेरेगी कांग्रेस: कांग्रेस पार्टी आम आदमी पार्टी को दलितों के मुद्दे पर घेरने की रणनीति तैयार कर रही है. उदित राज का कहना है, "कल हमने अरविंद केजरीवाल के घर का घेराव किया था. दिल्ली विधानसभा चुनाव तक ये जारी रहेगा. दलित विरोधी आम आदमी पार्टी का पर्दाफाश कांग्रेस पार्टी करेगी. इस संबंध में कांग्रेस पार्टी द्वारा एक सीरीज चलाई जाएगी. पार्टी के नेताओं से बातचीत कर रणनीति तैयार की जाएगी."
नामांकन से पहले वाल्मीकि मंदिर गए थे केजरीवाल: बता दें, नई दिल्ली विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी प्रत्याशी अरविंद केजरीवाल ने नामांकन दाखिल करने से पहले दिल्ली के हनुमान मंदिर और वाल्मीकि मंदिर में पूजा कर आशीर्वाद लिया था. मीडिया से बातचीत के दौरान उसी दौरान केजरीवाल ने कहा था, "हम भगवान वाल्मीकि का आशीर्वाद लेकर आ रहे हैं. मैं नामांकन करने जा रहा हूं."
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