नई दिल्ली: दिल्ली सरकार की एंटी करप्शन ब्रांच (एसीबी) ने दिल्ली नगर निगम के शाहदरा नॉर्थ जोन के एक लेबर वेलफेयर सुपरिंटेंडेंट और सफाई कर्मचारी को घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया है. यह रिश्वत दिल्ली नगर निगम में सफाई कर्मचारियों को नियमित करने के एवज में दी गई थी.
जानकारी के मुताबिक एंटी करप्शन ब्रांच के मधुर वर्मा को मंगलवार को रिश्वत लेने संबंधी एक कंप्लेंट मिली थी. शिकायतकर्ता ने स्वयं को एक सेवानिवृत सफाई कर्मचारी बताया था और कहा था कि उसकी पत्नी शाहदरा उत्तरी जोन में दैनिक वेतन भोगी सफाई कर्मचारी के रूप में कार्यरत है. उसने नियमित कर्मचारी होने के लिए अप्लीकेशन दी थी. महिला को नियमित करने की एवज में 20 हजार रुपए की रिश्वत की मांग की गई थी.
आरोप है कि इस एप्लीकेशन पर कार्रवाई करने के लिए एमसीडी के लेबर वेलफेयर सुपरिंटेंडेंट रितेश कुमार ने 20 हजार रुपये मांगे थे. सफाई कर्मी जल सिंह के जरिए कथित तौर पर ₹20000 की घूस मांगी थी. इस कंप्लेंट पर डीसीपी श्वेता सिंह के निरीक्षण में एसीपी जरनैल सिंह, निरीक्षक अजीत झा और आरएन पाठक के साथ अन्य स्टाफ की छापेमारी टीम बनाई.
एसीबी की छापेमारी टीम दोपहर के वक्त पांच गवाहों को लेकर अधिकारी के ऑफिस में पहुंची थी. सफाई कर्मी जल सिंह और लेबर वेलफेयर सुपरिंटेंडेंट को ₹20000 की घूस लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया. इस बीच देखा जाए तो हाल ही में एमसीडी के एक जूनियर इंजीनियर और बेलदार को एसीबी ने रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था. एमसीडी में अधिकारियों और कर्मचारियों के रिश्वत लेने का हाल फिलहाल का यह दूसरा बड़ा मामला सामने आया है जिसमें आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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