देहरादून: गढ़वाल कमिश्नर के आदेश से देहरादून के तहसीलदार सदर को हटाए जाने का मामला चर्चाओं में है. लोकसभा चुनाव की 6 जून को आचार संहिता हटने के ठीक 1 दिन बाद 7 जून को गढ़वाल कमिश्नर ने देहरादून के तहसीलदार सदर को टिहरी स्थानांतरित किया. मो शादाब को टिहरी भेजने के साथ ही टिहरी के विकास अवस्थी को देहरादून लाया गया. स्थानांतरण आदेश जारी होते ही हर कोई यह जानने को उत्सुक था कि आखिरकार इस तरह अचानक तहसीलदार सदर शादाब को क्यों हटाया गया? हालांकि उस दौरान गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडेय ने मामले को सामान्य स्थानांतरण से जोड़ा, लेकिन खबर है कि तहसीलदार सदर की पूर्व में कई शिकायतें हुई हैं. यही तबादले की वजह भी बनी.
इस मामले में अब नया अपडेट यह है कि देहरादून के तहसीलदार सदर शादाब के स्थानांतरण के बाद अब पूर्व में हुई कुछ शिकायतों पर भी जांच होने की संभावना दिख रही है. खबर है कि तहसीलदार सदर मोहम्मद शादाब की गढ़वाल कमिश्नर तक भी कई शिकायतें पहुंची थी. यूं अचानक हुए स्थानांतरण के पीछे भी यही वजह मानी गई है. उधर बताया जा रहा है कि इन शिकायतों पर अब जांच कराए जाने की भी तैयारी की जा रही है. इस पर गढ़वाल कमिश्नर स्तर पर ही निर्णय होना है.
उधर दूसरी तरफ ये भी देखा जाना बाकी है कि यह शिकायतें कितनी पुरानी हैं. शिकायत कर्ताओं द्वारा इसमें किस तरह के साक्ष्य पेश किए गए हैं. वैसे माना जा रहा है कि शिकायतों पर गढ़वाल कमिश्नर विनय शंकर पांडे काफी गंभीर है. लिखित शिकायतों पर बड़ा एक्शन होता हुआ दिख सकता है.