रायपुर: कथित महादेव ऑनलाइन सट्टा एप स्कैम में छत्तीसगढ़ का सियासी घमासान चरम पर पहुंचता जा रहा है. मंगलवार को रायपुर में पीसीसी चीफ दीपक बैज ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य की साय सरकार पर गंभीर आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम भूपेश बघेल के खिलाफ EOW की एफआईआर राजनीतिक साजिश है और इसमें बीजेपी की सरकार शामिल है.
साय सरकार डरी हुई है: दीपक बैज ने साय सरकार पर डरे होने का आरोप लगाया और कहा कि पूर्व सीएम भूपेश बघेल को बदनाम करने के लिए ऐसा किया गया है. इससे पहले भूपेश बघेल ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर लोकसभा चुनाव में हथकंडे अपनाने का आरोप लगाया. बघेल ने दावा किया था कि महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी मामले में उनके खिलाफ एफआईआर उन्हें बदनाम करने के लिए दर्ज की गई है. क्योंकि बीजेपी को चुनाव में हार की आशंका है. आज दीपक बैज ने भी दावा किया कि" यह बीजेपी की एक साजिश है जो स्पष्ट रूप से यह दिखाती है कि सत्तारुढ़ पार्टी डरी हुई है". दीपक बैज ने आरोप लगाया कि "बीजेपी की मोदी सरकार में जांच एजेंसियां वसूली एजेंट की तरह अधिकारों का दुरुपयोग कर रही है. भाजपा ने ईडी के माध्यम से चुनाव जीतने के लिए छत्तीसगढ़ में विभिन्न प्रकार के प्रचार अपनाए और आरोप लगाए."
"हाल ही में प्रकाशित चुनावी बांड विवरण से यह स्पष्ट हो गया है कि उन्हें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को लाभ पहुंचाने के लिए पेश किया गया था. यह देश में अब तक का सबसे बड़ा चुनावी चंदा घोटाला है.मोदी सरकार ने केंद्रीय एजेंसियों के माध्यम से व्यापारिक संस्थानों को डराया और चुनावी बांड के माध्यम से धन उगाही के लिए उनके खिलाफ कार्रवाई शुरू की.जिन कंपनियों ने भाजपा को चुनावी चंदा दिया, उन्हें हजारों करोड़ रुपये के ठेके मिले. 2019 से भाजपा को 6,000 करोड़ रुपये से अधिक का चंदा मिला है. मोदी सरकार ने चुनावी बांड के माध्यम से रिश्वत लेने का एक नया तरीका खोजा है.": दीपक बैज, पीसीसी चीफ
चुनावी बॉन्ड के तीस दानदाताओं में से 14 के यहां पड़े छापे: दीपक बैज ने दावा किया कि केंद्रीय एजेंसियों ने चुनावी बांड खरनीदने वाले तीस दानदाताओं में से 14 के यहां छापे मारे गए.दीपक बैज ने राष्ट्रपति, चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट से बीजेपी की मान्यता रद्द करने की मांग की है.
सोर्स: पीटीआई