जयपुर: हाउसिंग बोर्ड की महत्वाकांक्षी योजना कोचिंग हब और जयपुर चौपाटी को सफल बनाने के लिए अब जेसीटीएसएल की लो फ्लोर बसों का सहारा लिया जाएगा. ट्रैफिक कंट्रोल बोर्ड ने ये फैसला लिया. इसके अलावा हाउसिंग बोर्ड मानसरोवर और इंदिरा गांधी नगर में ट्रैफिक लाइट्स लगाएगा. साथ ही नो-वेंडिंग जोन भी घोषित करेगा.
ट्रैफिक कन्ट्रोल बोर्ड में शामिल जेडीए, ट्रैफिक पुलिस, जेसीटीएसएल, हाउसिंग बोर्ड, हेरिटेज निगम, ग्रेटर निगम, परिवहन विभाग के अधिकारियों ने विभिन्न मुद्दों पर मंथन किया. उन्होंने सुगम यातायात के लिए राजस्थान आवासन मण्डल की ओर से निगम और ट्रैफिक पुलिस की सहायता से मानसरोवर के सिटी पार्क, मध्यम मार्ग, विजय पथ चौराहे, डी-मार्ट के आसपास की सड़कों और इंदिरा गांधी नगर सीबीआई फाटक से गोनेर जाने वाली सड़कों पर ट्रैफिक सिग्नल की व्यवस्था करने का फैसला लिया. इसके साथ ही इन क्षेत्रों में नो-वेंडिंग जोन भी घोषित करने के निर्देश दिए. बोर्ड ने निर्णय लिया कि राजस्थान आवासन मण्डल की ओर से विकसित कोचिंग हब, चौपाटी और अन्य योजनाओं में सार्वजनिक परिवहन सेवा के लिए प्रस्ताव जेसीटीएसएल को भेजा जाएगा.
सिटी परिवहन का नया रूट: परिवहन विभाग की ओर से प्रस्तावित नए मार्ग- सरना डूंगर औद्योगिक क्षेत्र से मानसरोवर, मेट्रो स्टेशन वाया मंशारामपुरा, लालचंदपुरा, हाथोज, केडियाकोठी, हाथोज मोड (सिरसी रोड), सिरसी गांव, नाडिया, खातियों की ढाणी, भांकरोटा, हीरापुरा बस स्टैंड, कमला नेहरू नगर, 200 फीट चौराहा, बदरवास तिराहा, मानसरोवर मेट्रो स्टेशन का अनुमोदन भी किया गया. साथ ही आमजन की सुविधा के लिए यातायात नियमों से संबंधित रोड साइनबोर्ड को डिफेसिंग से बचाव के लिए लोहे की जाली लगाए जाने का फैसला लिया गया.
ई रिक्शा के जोन निर्धारित: इस दौरान परिवहन विभाग के अधिकारियों की ओर से बताया गया कि जयपुर कलक्टर ने ई रिक्शा के 6 जोन का निर्धारण किया है. इसकी अधिसूचना भी जारी की जा चुकी है. टीसीबी की ओर से ई-चालान का फास्टटैग के माध्यम से भुगतान के क्रम में डीओआईटी को फिजीबिलेटी के लिए भेजे जाने का फैसला लिया गया. वहीं बाल वाहिनी के संदर्भ में प्रस्तावित गाइडलाइन जारी करने से पहले मुस्कान एनजीओ के सुझावों को सम्मिलित करने लिए आमंत्रित किया गया.