नई दिल्ली: दिल्ली में भीषण गर्मी और हीट वेव के चलते मरीजों की संख्या अब अस्पतालों में तेजी से बढ़ने लगी है. ऐसे में दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से एक खास गाइडलाइन जारी की गई है. गाइडलाइन में लोगों को हीट वेव के प्रभाव को कम करने और हीट स्ट्रोक के कारण गंभीर बीमारी या उससे होने वाली मौत को रोकने के लिए खास सलाह दी गई है.
दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की दिशा निर्देशों में लोगों से अपील की गई है कि वह इस भीषण गर्मी और हीट वेव के दौरान किस तरह से अपना ख्याल रख सकते हैं. हीट वेव से बचने के लिए लोगों को क्या करना चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए. इसको लेकर खास सलाह दी गई है. इस तरह के दिशा निर्देशों को अमल में लाकर हीट स्ट्रोक की वजह से होने वाली गंभीर बीमारी या मौतों से बचा जा सकता है.
क्या करें, क्या ना करें:
- दोपहर 12 से 3 बजे के बीच धूप में बाहर जाने से बचें.
- जितना हो सके उतना पर्याप्त मात्रा में पानी पिए और प्यास नहीं होने पर भी जितनी बार संभव हो पानी पिए.
- हल्के, हल्के कलर के ढीले व छिद्रयुक्त सूती कपड़े पहनें.
- धूप में बाहर जाते वक्त आई सेफ्टी के लिए चश्मा, छाता, टोपी, जूता या चप्पल आदि का प्रयोग अवश्य करें.
- अगर बाहर का तापमान ज्यादा है तो उत्साह वाली और जोरदार गतिविधियों को करने से बचें.
- दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच में बाहर काम करने से बचाव करें.
- यात्रा करने के दौरान अपने साथ पानी रखें.
- शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड कोल्ड ड्रिंक पीने से बचाव करें. यह शरीर को डिहाइड्रेट करती है.
- हाई प्रोटीन वाले भजन और बासी खाना खाने से बचाव करें.
- अगर आप बाहर काम करते हैं तो टोपी या छाता का इस्तेमाल करें और सिर गर्दन चेहरे और अंगों पर गीले कपड़े का इस्तेमाल करें.
- बच्चों या पालतू जानवरों को पार्क किए गए वाहनों में नहीं छोड़ें.
- अगर आप बेहोश या बीमार महसूस कर रहे हैं तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं.
- ओआरएस घर पर बने पेय पदार्थ जैसे लस्सी तोरानी (चावल का पानी), नींबू पानी, छाछ आदि का उपयोग ज्यादा से ज्यादा करें
- जानवरों को छाया में रखें और उनको भरपूर पानी पिलाते रहें.
- अपने घर को कूल रखने का काम करें, पर्दे, शटर या सनशैड का इस्तेमाल करें और रात में विंडोज को खोल कर रखें.
- पंखे का प्रयोग करें और गीले कपड़े पहने और बार-बार ठंडे पानी से नहाते रहें.
बता दें, दिल्ली का तापमान 45 डिग्री सेल्सियस पर बरकरार है. इसके चलते राजधानी में बिजली की पीक डिमांड ने भी अब तक के सभी रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं. घरों से लेकर ऑफिसेज में AC का इस्तेमाल बहुत ज्यादा बढ़ गया है, जिसकी वजह से अब बिजली की अधिकतम मांग 8656 मेगावाट पहुंच गई है.
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