जयपुर : प्रदेश के 7 सीटों पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस को सिर्फ दौसा सीट पर सफलता मिली है. दौसा से नवनिर्वाचित विधायक दीनदयाल बैरवा बुधवार को समर्थकों, पार्टी के प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ जयपुर में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव सचिन पायलट से उनके आवास पर मुलाकात की. पायलट ने दीनदयाल बैरवा के साथ ही सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को दौसा सीट पर उपचुनाव में जीत की बधाई दी. उन्होंने यह भी कहा कि बाकि सीटों पर परिणाम हमारे पक्ष में नहीं आया है. इस पर मंथन किया जाएगा.
अपने आवास पर दौसा से आए नेताओं-कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सचिन पायलट बोले, "हम वहां ऐसा चुनाव जीते हैं. जिस पर पूरे देश की निगाहें थी. कार्यकर्ताओं ने मजबूती से चुनाव लड़ा और हर जाति-वर्ग के लोगों ने कांग्रेस का साथ दिया, इसलिए यह जीत मिली है. ऐसे चुनौतीपूर्ण समय में जहां सरकार का पूरा दबाव था. सरकार के चार साल अभी बाकि हैं. इसके बावजूद सब लोगों ने एकजुटता दिखाई." उन्होंने सांसद मुरारीलाल मीणा और जिलाध्यक्ष का आभार जताया.
इसे भी पढ़ें- दौसा में कांग्रेस के डीसी बैरवा ने मारी बाजी, 2300 वोटों से मंत्री किरोड़ी के भाई जगमोहन को हराया
दौसा की जीत ने बढ़ाया कांग्रेस का मान : पायलट बोले, "पहले दिन से एकजुटता दिखाई और पुलिस, प्रशासन व सरकार के तमाम दबावों के बावजूद एकजुट रहे. इस जीत ने कांग्रेस का मान-सम्मान बढ़ाया है. हालांकि, बाकि सीटों के चुनाव परिणामों पर उन्होंने चिंता जताई और कहा, बाकि सीटों पर चुनाव परिणाम हमारे पक्ष में नहीं रहे. इस पर भी मंथन होगा." उन्होंने दौसा से पार्टी की जीत का श्रेय सभी कार्यकर्ताओं की मेहनत को दिया.
दौसा और कांग्रेस का रहा मजबूत रिश्ता : उन्होंने आने वाले चार साल सबको साथ लेकर चलने और जनता की आवाज उठाकर संघर्ष करने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि लंबे समय से दौसा सीट कांग्रेस का गढ़ रही है. आज सबने यह साबित किया कि देश में जो नाम दौसा और कांग्रेस का जुड़ा हुआ है. उसकी जड़ें कितनी मजबूत हैं. वे बोले, आर्थिक रूप से कमजोर लेकिन पार्टी के वफादार सिपाही को पार्टी ने टिकट दिया, जिनका सभी ने सहयोग किया है.
दौसा की जीत से मिलेगी ताकत : सचिन पायलट ने कहा, "चुनाव के समय अगर हम एकजुट नहीं रहते तो यह चुनाव आसन नहीं था. वहां पर सबने देश-प्रदेश को एकजुटता का संदेश दिया है. इसे पूरे देश ने देखा है. भाजपा की सरकार ने दौसा में कोई कसर नहीं छोड़ी थी. पूरी पार्टी, संगठन और सरकार ने वहां पूरी ताकत झोंकी, लेकिन कांग्रेस के लोगों की मेहनत कामयाब हुई. इस उपचुनाव से आने वाले समय में सबको ताकत मिलेगी." उन्होंने विधायक बैरवा को सबको साथ लेकर चलने की सीख भी दी.