लाहौल स्पीति: हिमाचल प्रदेश में बारिश न होने के चलते सूखे की स्थिति बनी हुई है. वहीं, ऊपरी इलाकों में भी अब कड़ाके की ठंड पड़ रही है. ऐसे में शीत मरुस्थल के नाम से प्रसिद्ध लाहौल स्पीति जिला में भी ब्लैक आइस का खतरा बढ़ गया है. ब्लैक आइस के खतरे को देखते हुए लाहौल स्पीति पुलिस ने एडवाइजरी भी जारी की है. इसके अलावा सैलानियों से भी आग्रह किया है कि वह सुबह और शाम के समय घाटी की सड़कों पर सफर न करें.
लाहौल स्पीति की अगर बात करें तो यहां पर अब पारा माइनस से नीचे जा रहा है और सड़कों पर पानी जमने के चलते फिसलन बढ़ गई है. लाहौल स्पीति के ताबो का तापमान - 7.6 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है. हालांकि बारिश न होने के चलते यहां पर कृषि कार्य भी प्रभावित हुए हैं, लेकिन कड़ाके की ठंड के चलते अब जनजीवन प्रभावित हो रहा है. प्राकृतिक तौर से बहने वाले नदी नालों का भी अब जमना शुरू हो गया है. लाहौल स्पीति पुलिस जगह-जगह अब लाउडस्पीकर के माध्यम से भी आम जनता से आग्रह कर रही है कि लोग दोपहर के बाद ही सड़कों पर सफर करें.
पुलिस अधीक्षक ने की ये अपील
पुलिस अधीक्षक मंयक चौधरी ने पर्यटकों से भी सावधानियां बरतने की अपील की है. उन्होंने लोगों से नदी-नालों से दूरी बनाए रखने की अपील की है. सर्दी के मौसम में किसी तरह का जानमाल का नुकसान न हो इसे देखते हुए सभी थाना प्रभारियों को नदियों, नालों, सड़कों आदि पर ब्लैक आइस से संबंधित एडवाइजरी जारी करने के निर्देश दिए गए हैं.
क्या होती है ब्लैक आइस
तापमान गिरने पर सड़कों पर कोहरा जम जाता है. इस बर्फ के नीचे सड़क की काली सतह एकदम साफ नजर आती है. ये एकदम पारदर्शी होती है. ब्लैक आइस जमने पर सड़कें बहुत फिसलन भरी हो जाती हैं और सड़क हादसों का अंदेशा बढ़ जाता है.
ये भी पढ़ें: हिमाचल में तापमान गिरने से जमने लगे नदी-नाले, जानिए आने वाले दिनों में कैसे रहेगा मौसम