फरीदाबाद : पुलिस आयुक्त सौरभ सिंह के दिशा निर्देश पर पुलिस उपायुक्त साइबर अपराध उषा के मार्गदर्शन में साइबर अपराध के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की गई है. फरीदाबाद के तीनों साइबर अपराध थाना की टीमों ने कार्रवाई करते हुए 24 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इस दौरान पुलिस ने साइबर अपराध से बचने के टिप्स भी बताएं.
पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों का नाम इस प्रकार है -
- गुजरात के सूरत के मोमनावाद गोपीपुर निवासी शेख समीर रफीक और पठान शाहरुख खान.
- सुभाष शंड मीना व गणेश नारायण मीना वासी कॉलोनी डूंगा बस्ती जयपुर.
- सुनील कुमार उर्फ गौरव वासी करकेंटा चंदेश्वर रोड मैनपुरी उत्तर प्रदेश हाल अलमोह रोड मंडी गोबिंगगढ़ पंजाब.
- अभय राजपूत उर्फ उदय वासी काकरी खेड़ा थाना सिरसगंज मैनपुरी उत्तर प्रदेश.
- उदयराज सिंह वासी जोगपुर रजवाना जिला-मैनपुरी उत्तर प्रदेश.
- अभिजीत गुप्ता वासी सिरसागेट, गली नंबर 2, सिरसागंज फिरोजाबाद.
- विकास झा वासी ईस्ट उत्तम नगर पश्चिमी दिल्ली.
- वरुण शर्मा वासी ग्राम टीरा जिला मोहाली पंजाब.
- दीक्षित राणा वासी नया गांव मोहाली पंजाब वर्तमान ग्राम चाऊ जिला मंडी हिमाचल प्रदेश.
- विकास कुमार वासी गांव गांधी बागपत, उत्तर प्रदेश, हाल अशोक नगर, उत्तर-पूर्वी दिल्ली.
- विक्की कुमार उर्फ विकास, वासी सावतंदा नगर, नरेला दिल्ली.
- संदीप कुमार मिश्रा वासी श्याम नगर कॉलोनी बालाजी पलवल.
- अफसर अली वासी गाजियाबाद उत्तर प्रदेश.
- साहनवाज वासी मोंगा जिला गाजियाबाद उत्तर प्रदेश.
- किशन सिंह वासी गांव सावरदा जिला अजमेर राजस्थान.
- अंकित शर्मा वासी चांदपुर बाजार जयपुर राजस्थान.
- मोनू योगी वासी गांव महंदी जमारामगढ़ जिला जयपुर.
- अशोक जांगिड़ वासी गांव जगतपुरा साहपुरा जिला जयपुर राजस्थान.
- सुभाष चौधरी वासी गांव अमरसर जयपुर राजस्थान.
- चमन दायमा वासी गांव कोठड़ी जिला अजमेर राजस्थान.
- करण मीना वासी गांव काली जिला दौसा राजस्थान.
- सूरज कंवर वासी वासी आनंद विहार जयपुर राजस्थान का नाम शामिल है.
उन्होंने अधिक जानकारी देते बताया कि 11 मुकदमों को सुलझाते हुए 24 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिसमें साइबर थाना NIT के 2, साइबर थाना सेंट्रल के 6 और साइबर थाना बल्लबगढ़ के 3 मामले शामिल है. आरोपियों से मुकदमे में 6,32,200 रुपए बरामद किए गए हैं. साथ ही 281 शिकायतों का निस्तारण किया गया है और 1,75000 रुपए रिफंड व 84,691 रुपए बैंक खातों में सीज कराए गए हैं.
साइबर अपराध के कई तरीके : पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आजकल तकनीकी दौर में अलग-अलग तरह से लोगों को ऑनलाइन सुविधाएं मिल रही है, जिसके माध्यम से लोग अपने ज्यादातर काम करने के लिए तकनीकी पर ही निर्भर है. साइबर अपराधी इस निर्भरता का फायदा उठाकर लोगों को साइबर अपराध का शिकार बनाते हैं. साइबर ठगी के लिए साइबर ठग लोगों को विभिन्न प्रकार से लालच देते हैं, जिनमें से कुछ बडे़ प्रकार टेलीग्राम टास्क फ्रॉड, इन्वेस्टमेंट फ्रॉड, कस्टमर केयर अधिकारी बनकर फ्रॉड, लोन फ्रॉड, अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करके, QR, UPI या लोगों के खाते में बहाने से पैसे डलवाने का लालच देना, बैंक अधिकारी बनकर ओटीपी प्राप्त करना प्रमुख हैं.
शेयर मार्किट इंवेस्मेंट फ्रॉड: साइबर अपराधी सोशल मीडिया या अन्य माध्यमों से लोगों से संपर्क करते हैं और आमजन को शेयर मार्केट में पैसे लगाकर मोटा मुनाफा कमाने का लालच देते हैं. पैसों के लालच में व्यक्ति उनकी बातों में आ जाता है और इसके बाद साइबर अपराधी इनसे शेयर मार्केट में पैसे इन्वेस्ट करवाते हैं. साइबर अपराधी पहले छोटी-छोटी राशि निवेश करवाते हैं और उस पर थोड़ा बहुत मुनाफा दे देते हैं, जिससे व्यक्ति को विश्वास हो जाता है कि ये एक अच्छा इन्वेस्टमेंट प्लान है. इसके बाद साइबर अपराधी और ज्यादा पैसे लगाने के लिए कहते हैं. पीड़ित इस जाल में फंसकर अपनी सारी राशि गंवा देता है. जैसे ही साइबर अपराधियों तक पैसा पहुंचता है तो वो अपना नंबर बंद करके फरार हो जाते हैं. यदि आपके पास भी इस प्रकार का कोई मैसेज या फोन आता है और शेयर मार्केट में पैसे निवेश करके ज्यादा पैसे कमाने का लालच देता है तो वो साइबर ठग हो सकता है और आपको आर्थिक नुकसान पहुंचा सकता है. कहीं भी पैसे इन्वेस्ट करने से पहले अच्छे से जांच कर लें कि कहीं वो कोई साइबर अपराधी तो नहीं.
साइबर फ्रॉड से बचाव के उपाय :
- अगर आपके पास किसी अनजान नम्बर से किसी ऑफर व किसी प्रकार का लाभ देने के संबंध में कॉल आए तो सरकारी नंबर से जानकारी लें और अपनी गोपनीय जानकारी जैसे बैंक खाते, पैनकार्ड, आधार कार्ड की गोपनीय जानकारी ना दें.
- यदि कोई व्यक्ति आपको फोन या मैसेज करके कम समय में ज्यादा पैसे कमाने का लालच देता है तो समझ जाए कि वो साइबर ठग है.
- लॉटरी या गिफ्ट बांटने वाली कंपनी या वेबसाइट को खोलकर ना देखें.
- जो ऐप्स प्रीपेमेंट फीस, प्रोसेसिंग फीस या प्री क्लोजर फीस ज्यादा मांगे उनके इस्तेमाल से परहेज करना चाहिए.
- अनवेरिफाइड ऑनलाइन बैंकिंग ऐप्स जो उधार देते हों, उनसे बचना चाहिए. ऐसे फ्रॉड ऐप आपसे आपकी गोपनीय जानकारियां जैसे बैंक खाते संबंधित डिटेल्स, क्रेडिट और डेबिट कार्ड की जानकारी, पिन कार्ड या एड्रेस मांगते हैं.
- पॉर्न साइट पर सर्फिंग न करें, केवल सेफ वेबसाइट को ही खोलें.
- जिन वेबसाइट के यूआरएल से पहले ताला बना होता है, उन साइट पर जाएं.
- लाल रंग से ताले के निशान कटे होने वाली वेबसाइट को खोलने से बचें.
- सोशल मीडिया पर फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार करने से पहले उसकी पूरी तरह से जांच कर लें.
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