करसोग: हिमाचल प्रदेश में हुई भारी बारिश और बर्फबारी से लंबा ड्राई स्पेल टूटा है. नए साल में पहली बार फरवरी महीने में आसमान से अमृत के रूप में बारिश हुई है, लेकिन लंबे समय से चल रहे सूखे की वजह से अब तक फसलों हो चुके नुकसान की भरपाई होना काफी मुश्किल है. प्रदेश के मंडी जिले में 10,473 हेक्टेयर भूमि पर फसलें सूखे की भेंट चढ़ गई हैं. जिससे जिला में खाद्यान्न उत्पादन 6,560 मिट्रिक कम रहने अंदेशा जताया गया है. हालांकि 1 से 5 फरवरी तक प्रदेश भर में 58 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है. जो इस अवधि में सामान्य से 409 फीसदी अधिक है. ऐसे में बारिश से अब फसलों में कितना सुधार होने की संभावना है, इस बारे में कृषि विभाग ने फील्ड अधिकारियों रिपोर्ट मांगी है.
इतने मीट्रिक टन उत्पादन का लक्ष्य: जिला मंडी में रबी सीजन में 71,308 हेक्टेयर भूमि पर किसानों ने बुआई की है. ऐसे में कृषि विभाग ने 2,28,605 मीट्रिक टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य रखा है, लेकिन प्रदेश भर में लंबे सूखे के बाद फसलें खेत में ही मुरझाने लगी थी. कई स्थानों पर बीज अंकुरित होने के बाद सूखे की वजह से फसलों की ग्रोथ पर असर पड़ा है. ऐसे में जिले भर में 10,473 हेक्टेयर में फसलें सूखे की वजह से प्रभावित हुई हैं. जिस कारण उत्पादन भी लक्ष्य से 6,560 मीट्रिक टन कम रहने का अनुमान लगाया गया है. 31 जनवरी तक तैयार की गई रिपोर्ट के मुताबिक सूखे की वजह से जिले में फसलों को 7 करोड़ से अधिक का नुकसान आंका गया है.
सामान्य से अधिक बारिश: प्रदेश भर में इस माह लंबा ड्राई स्पेल टूटा है. 1 से 5 फरवरी तक 58 मिलीमीटर बारिश हुई है. वहीं, इस अवधि में सामान्य बारिश का आंकड़ा 11.4 मिलीमीटर बारिश का है. ऐसे में पिछले पांच दिनों में प्रदेश भर में सामान्य से 409 फीसदी अधिक बारिश रिकॉर्ड की गई है. मंडी जिले के आंकड़े को देखें तो यहां 92.4 मिलीमीटर बारिश हुई है. वहीं, इस अवधि में सामान्य बारिश का आंकड़ा 7 मिलीमीटर बारिश का है. ऐसे में जिले में सामान्य से 1220 फीसदी अधिक बारिश हुई है.
कृषि विभाग जिला मंडी के उपनिदेशक डॉ. राजेश डोगरा का कहना है कि सूखे की वजह से फसलों को 7 करोड़ से अधिक के नुकसान का आकलन किया गया है. जिसकी रिपोर्ट 31 जनवरी को तैयार की गई थी. उन्होंने कहा कि फरवरी महीने में अभी तक हुई अच्छी बारिश से अब फसलों पर असर पड़ सकता है, इस बारे में फील्ड अधिकारियों को रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं.