रुड़की: हरिद्वार पुलिस नशे के सौदागरों के खिलाफ लगातार कार्रवाई कर रही है. इसी क्रम में एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल के निर्देश पर नकली दवाई मामले में करीब साढ़े चार करोड़ रुपये की संपत्ति को सीज किया गया है. सीज की गई इस संपत्ति में प्लॉट, मकान, फैक्ट्री और लग्जरी गाड़ियां शामिल हैं. बताया गया है कि ये संपत्ति नशे के दो धंधेबाजों ने काली कमाई से बनाई है.
करीब साढ़े चार करोड़ रुपये की संपत्ति फ्रीज : बता दें कि भगवानपुर क्षेत्र में नकली दवाइयां बनाए जाने के मामले में सामने आए धंधेबाजों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत जिलाधिकारी कार्यालय से करीब साढ़े चार करोड़ रुपये की संपत्ति को सीज किए जाने के आदेश जारी किए गए थे. आदेश के अनुपालन में भगवानपुर थाना पुलिस ने नशे के सौदागर विशाल और पंकज की संपत्ति का मूल्यांकन किया, तो 4 करोड़ 44 लाख 94 हजार चार सौ 82 रुपये आंकी गई. जिसके बाद उस संपत्ति को सीज करने की कार्रवाई अमल में लाई गई.
गुंडा और गैंगेस्टर एक्ट के तहत हरिद्वार पुलिस कर रही कार्रवाई: हरिद्वार एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया कि अवैध कामों पर लगाम लगाने और गलत धंधों से अर्जित की गई संपत्ति को जब्त कर ईमानदार नागरिकों को सकारात्मक संदेश देने के लिए जनपद भर में मुहिम चलाई जा रही है. सभी थाना कोतवाली प्रभारियों को निर्देश दिए गए है कि गुंडा और गैंगेस्टर एक्ट के तहत की जा रही कार्रवाई के साथ-साथ संपत्ति जब्तीकरण में भी तेजी लाई जाए, जिसकी वह खुद मॉनिटरिंग कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि विशाल निवासी भगवानपुर (मूल निवास अमरावती) और पंकज निवासी लक्सर की करीब साढ़े चार करोड़ रुपये की संपत्ति को सीज किया गया है. पकंज नाम का आरोपी गैंगलीडर है.
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