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बंद पड़ी दवाई फैक्ट्री में ड्रग्स विभाग और STF ने मारा छापा, भारी मात्रा में नकली दवाइयां बरामद - Roorkee Crime News

raid in medicine factory रुड़की में एसटीएफ और ड्रग विभाग की टीम ने बंद पड़ी दवाई फैक्ट्री में छापेमारी की है. छापेमारी से अन्य दवाई फैक्ट्री संचालकों में हड़कंप मच गया है. फैक्ट्री के अंदर बनाई जा रही भारी मात्रा में अलग-अलग कंपनियों की दवाइयां बरामद की गई है.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Feb 8, 2024, 10:40 PM IST

Updated : Feb 16, 2024, 1:39 PM IST

दवाई फैक्ट्री में ड्रग्स विभाग और STF ने मारा छापा

रुड़की: ड्रग्स विभाग और देहरादून से आई एसटीएफ की टीम ने बंद पड़ी दवाई फैक्ट्री में छापेमारी की है. इस दौरान टीम को फैक्ट्री से भारी मात्रा में दवाइयां मिली हैं. बताया गया है कि पांच वर्ष पूर्व भी इस फैक्ट्री में टीम द्वारा कार्रवाई की गई थी और फैक्ट्री को सील कर दिया गया था. अधिकारियों का कहना है कि अभी जांच की जा रही है जांच के बाद लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई भी की जाएगी.

फैक्टी का लाइसेंस किया जाएगा रद्द: बता दें कि पिछले काफी समय से बिना लाइसेंस के बंद पड़ी फार्मा फैक्ट्री में फैक्ट्री मालिक द्वारा मजदूरों से जीवन रक्षक दवाइयां बनवाई जा रही थी. वहीं, हरिद्वार ड्रग्स इंस्पेक्टर अनिता भारती ने बताया कि दवाइयों के सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. संचालक के पास भले लाइसेंस है, लेकिन नियमों के विरुद्ध दवाइयों का प्रोडक्शन किया जा रहा था. ऐसे में लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी.

फैक्ट्री संचालकों में पुलिस का नहीं खौफ: बता दें कि हरिद्वार जनपद नकली दवाई बनाने का अड्डा बन चुका है. हालांकि रुड़की क्षेत्र में ड्रग्स विभाग की टीम और एसटीएफ देहरादून की टीम लगातार नकली दवाइयां बनाने वाली फैक्ट्रियों पर कार्रवाई करती रहती है, लेकिन इसके बावजूद नकली दवाई बनाने वाले फैक्ट्री संचालक अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. उनमें जेल जाने का डर नहीं है.

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रुड़की: ड्रग्स विभाग और देहरादून से आई एसटीएफ की टीम ने बंद पड़ी दवाई फैक्ट्री में छापेमारी की है. इस दौरान टीम को फैक्ट्री से भारी मात्रा में दवाइयां मिली हैं. बताया गया है कि पांच वर्ष पूर्व भी इस फैक्ट्री में टीम द्वारा कार्रवाई की गई थी और फैक्ट्री को सील कर दिया गया था. अधिकारियों का कहना है कि अभी जांच की जा रही है जांच के बाद लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई भी की जाएगी.

फैक्टी का लाइसेंस किया जाएगा रद्द: बता दें कि पिछले काफी समय से बिना लाइसेंस के बंद पड़ी फार्मा फैक्ट्री में फैक्ट्री मालिक द्वारा मजदूरों से जीवन रक्षक दवाइयां बनवाई जा रही थी. वहीं, हरिद्वार ड्रग्स इंस्पेक्टर अनिता भारती ने बताया कि दवाइयों के सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे हैं. संचालक के पास भले लाइसेंस है, लेकिन नियमों के विरुद्ध दवाइयों का प्रोडक्शन किया जा रहा था. ऐसे में लाइसेंस निरस्त करने की कार्रवाई की जाएगी.

फैक्ट्री संचालकों में पुलिस का नहीं खौफ: बता दें कि हरिद्वार जनपद नकली दवाई बनाने का अड्डा बन चुका है. हालांकि रुड़की क्षेत्र में ड्रग्स विभाग की टीम और एसटीएफ देहरादून की टीम लगातार नकली दवाइयां बनाने वाली फैक्ट्रियों पर कार्रवाई करती रहती है, लेकिन इसके बावजूद नकली दवाई बनाने वाले फैक्ट्री संचालक अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. उनमें जेल जाने का डर नहीं है.

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Last Updated : Feb 16, 2024, 1:39 PM IST
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