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गढ़वाल को कुमाऊं से जोड़ने वाले मोटर पुल का निर्माण कार्य जल्द होगा शुरू, एनडी तिवारी के शासन में हुआ था शासनादेश जारी

उत्तराखंड में सरकारी सिस्टम की लापरवाही का अनोखा नमूना सामने आया है. गढ़वाल को कुमाऊं से जोड़ने वाले जिस पुल के निर्माण का शासनादेश एनडी तिवारी की सरकार में जारी हुआ था, उसका डीपीआर सीएम पुष्कर सिंह धामी के कार्यकाल में बनने जा रहा है.

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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Mar 8, 2024, 1:01 PM IST

श्रीनगर: पिछले 18 सालों में प्रदेश के चार-चार मुख्यमंत्री जो नहीं कर पाए है, वो सीएम पुष्कर सिंह धामी के कार्यकाल में पूरा होता दिख रहा है. गढ़वाल को कुमाऊं मंडल से जोड़ने वाले सिंगटाली-व्यासघाट मोटर पुल निर्माण की कवायद तेज हो गई है. इन पुल के बनने से गढ़वाल और कुमाऊं की जनता की राह आसान होगी और बरसों पुराना सपना भी पूरा होगा.

लोक निर्माण विभाग श्रीनगर की ओर से पुल निर्माण के लिए डिजायन कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इसके बाद डीपीआर व टेंडर की प्रक्रिया संपन्न की जाएगी. पुल के बनने से व्यासघाट क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ ही क्षेत्र का तेजी से विकास होगा.

बता दें कि ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कौडियाला-व्यासघाट क्षेत्र को जोड़ने के लिए सिंगटाली पुल के निर्माण की मांग लंबे समय से की जा रही है. इसके लिए व्यासघाट क्षेत्र के लोग कई बार आंदोलन भी कर चुके हैं, जिस पर सरकार ने संज्ञान लिया. अब करीब 60 करोड़ की लागत से बनने वाले 162 मीटर लंबे स्पॉन के इस पुल के निर्माण की उम्मीद जगी है.

इस पुल के निर्माण से पौड़ी, टिहरी व रामनगर क्षेत्र के लोग लाभान्वित होंगे. वर्ष 2006 में स्वीकृत इस मोटर पुल के बनने से व्यासघाट क्षेत्र के लोग सीधे ऋषिकेश से कौड़ियाला होते हुए अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे. साथ ही सतपुली, बैजरो, रामनगर का इलाका भी इस मार्ग से जुड़ जाएगा. पुल बनने के बाद सतपुली से ऋषिकेश आने के लिए लोगों को करीब 20 किमी. कम दूरी तय करनी पड़ेगी. जबकि व्यासघाट क्षेत्र के लोगों को ऋषिकेश आने के लिए पहले देवप्रयाग नहीं जाना पड़ेगा. उन्हें 40 से अधिक किमी. की कम दूरी तय करनी पड़ेगी.

पुल बनने के बाद लोक निर्माण विभाग दो किमी लंबे कौडियाला-व्यास घाट मोटर मार्ग का निर्माण भी करेगा, जिससे जनपद पौड़ी के कई ब्लॉकों के गांवों लोगों को लाभ मिलेगा. लोक निर्माण अधिशासी अभियंता किशोर कुमार ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि सिंगटाली मोटर मार्ग के निर्माण की प्रक्रिया तेजी पर है. इसका डिजाइन अंतिम रूप से तैयार किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि डिजाइन फाइनल होते ही अन्य कार्यों के साथ टेंडर जारी किए जाएंगे. करीब 162 मीटर लंबे स्पान के पुल का निर्माण होने से व्यासघाट क्षेत्र के लोगों को इसका बड़ा लाभ मिलेगा. साथ ही पौड़ी जनपद के सतपुली, कुमाऊं के रामनगर क्षेत्र के लोग भी लाभान्वित होंगे. पुल बनने के बाद दो किमी सड़क का निर्माण भी किया जा सकेगा.

पुल का निर्माण का इतिहास: जनपद टिहरी गढ़वाल के कौड़ियाला और जनपद पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर प्रखंड को जोड़ने वाले इस पुल के निर्माण का शासनादेश तत्कालीन मुख्यमंत्री एनडी तिवारी की सरकार में हुआ था. 30 अगस्त 2006 को कौड़ियाला व्यास घाट मोटर मार्ग और सिंगटाली मोटर पुल निर्माण के लिए 1579.80 लाख रुपये की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई थी.

उसके बाद वर्ष 2008 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी ने इस योजना का भूमि पूजन किया था. उसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार में तीन किलोमीटर आगे दूसरे स्थान पर निर्मित किए जाने का आदेश जारी किया गया था. फिर पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी इस पुल को बनाने के प्रयास किए, लेकिन ये मामला फिर ठंडे बस्ते पर जा गिरा.

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श्रीनगर: पिछले 18 सालों में प्रदेश के चार-चार मुख्यमंत्री जो नहीं कर पाए है, वो सीएम पुष्कर सिंह धामी के कार्यकाल में पूरा होता दिख रहा है. गढ़वाल को कुमाऊं मंडल से जोड़ने वाले सिंगटाली-व्यासघाट मोटर पुल निर्माण की कवायद तेज हो गई है. इन पुल के बनने से गढ़वाल और कुमाऊं की जनता की राह आसान होगी और बरसों पुराना सपना भी पूरा होगा.

लोक निर्माण विभाग श्रीनगर की ओर से पुल निर्माण के लिए डिजायन कार्य को अंतिम रूप दिया जा रहा है. इसके बाद डीपीआर व टेंडर की प्रक्रिया संपन्न की जाएगी. पुल के बनने से व्यासघाट क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ ही क्षेत्र का तेजी से विकास होगा.

बता दें कि ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कौडियाला-व्यासघाट क्षेत्र को जोड़ने के लिए सिंगटाली पुल के निर्माण की मांग लंबे समय से की जा रही है. इसके लिए व्यासघाट क्षेत्र के लोग कई बार आंदोलन भी कर चुके हैं, जिस पर सरकार ने संज्ञान लिया. अब करीब 60 करोड़ की लागत से बनने वाले 162 मीटर लंबे स्पॉन के इस पुल के निर्माण की उम्मीद जगी है.

इस पुल के निर्माण से पौड़ी, टिहरी व रामनगर क्षेत्र के लोग लाभान्वित होंगे. वर्ष 2006 में स्वीकृत इस मोटर पुल के बनने से व्यासघाट क्षेत्र के लोग सीधे ऋषिकेश से कौड़ियाला होते हुए अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे. साथ ही सतपुली, बैजरो, रामनगर का इलाका भी इस मार्ग से जुड़ जाएगा. पुल बनने के बाद सतपुली से ऋषिकेश आने के लिए लोगों को करीब 20 किमी. कम दूरी तय करनी पड़ेगी. जबकि व्यासघाट क्षेत्र के लोगों को ऋषिकेश आने के लिए पहले देवप्रयाग नहीं जाना पड़ेगा. उन्हें 40 से अधिक किमी. की कम दूरी तय करनी पड़ेगी.

पुल बनने के बाद लोक निर्माण विभाग दो किमी लंबे कौडियाला-व्यास घाट मोटर मार्ग का निर्माण भी करेगा, जिससे जनपद पौड़ी के कई ब्लॉकों के गांवों लोगों को लाभ मिलेगा. लोक निर्माण अधिशासी अभियंता किशोर कुमार ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया कि सिंगटाली मोटर मार्ग के निर्माण की प्रक्रिया तेजी पर है. इसका डिजाइन अंतिम रूप से तैयार किया जा रहा है.

उन्होंने बताया कि डिजाइन फाइनल होते ही अन्य कार्यों के साथ टेंडर जारी किए जाएंगे. करीब 162 मीटर लंबे स्पान के पुल का निर्माण होने से व्यासघाट क्षेत्र के लोगों को इसका बड़ा लाभ मिलेगा. साथ ही पौड़ी जनपद के सतपुली, कुमाऊं के रामनगर क्षेत्र के लोग भी लाभान्वित होंगे. पुल बनने के बाद दो किमी सड़क का निर्माण भी किया जा सकेगा.

पुल का निर्माण का इतिहास: जनपद टिहरी गढ़वाल के कौड़ियाला और जनपद पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर प्रखंड को जोड़ने वाले इस पुल के निर्माण का शासनादेश तत्कालीन मुख्यमंत्री एनडी तिवारी की सरकार में हुआ था. 30 अगस्त 2006 को कौड़ियाला व्यास घाट मोटर मार्ग और सिंगटाली मोटर पुल निर्माण के लिए 1579.80 लाख रुपये की वित्तीय स्वीकृति प्रदान की गई थी.

उसके बाद वर्ष 2008 में तत्कालीन मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी ने इस योजना का भूमि पूजन किया था. उसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की सरकार में तीन किलोमीटर आगे दूसरे स्थान पर निर्मित किए जाने का आदेश जारी किया गया था. फिर पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने भी इस पुल को बनाने के प्रयास किए, लेकिन ये मामला फिर ठंडे बस्ते पर जा गिरा.

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