दुर्ग: छत्तीसगढ़ में बड़ा रेल हादसा टल गया. 29 दिसंबर की देर रात को पेंड्रा रोड स्टेशन पर हीराकुंड एक्सप्रेस को डीरेल करने की साजिश रची गई. समय रहते ट्रेन के लोको पायलट की सूझ बूझ से बड़ा हादसा टल गया. यहां टनल के पास रेलवे ट्रैक के ऊपर किसी शरारती तत्वों ने नाली के ऊपर कवर करने के लिए रखे जाने वाले सीमेंट के स्लैब को उठाकर रख दिया था. यहां से इस दौरान 20807 हीराकुंड एक्सप्रेस की पासिंग थी.
लोको पायलट की सूझ बूझ से टली दुर्घटना: यह ट्रेन दुर्घटना होने से सिर्फ इसलिए बची क्योंकि हीराकुंड एक्सप्रेस का लोको पायलट सजग था. हीराकुंड एक्सप्रेस के लोको-पायलट ने अचानक देखा कि रेलवे ट्रैक के ऊपर बड़े बड़े पत्थर पड़े हैं. इसलिए उसने ट्रेन को पहले ही रोक दिया और इसकी जानकारी रेलवे के उच्च अधिकारियों को दी. जिसके बाद आरपीएफ और रेलवे के अधिकारियों की टीम मौके पर पहुंची. सीमेंट के स्लीपर को हटाया गया और फिर ट्रेन को रवाना किया गया.
आरपीएफ की टीम को किया गया तैनात: इस घटना के बाद मौके पर आरपीएफ की टीम को तैनात किया गया. टनल के आस पास रेलवे कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है. इस इलाके में सुरक्षा के सख्त इंतजाम किए गए हैं. रेलवे सूत्र बताते हैं कि रेलवे ट्रैक पर पत्थर रखना किसी साजिश का अंदेशा हो सकता है. यह इलाका चारों ओर पहाड़ों और जंगलों से घिरा हुआ है. इस वजह से रेलवे इस इलाके में सघन जांच कर रही है. इस घटना की वजह से कई घंटे तक हीराकुंड एक्सप्रेस ट्रेन को रोका गया. जिससे ट्रेन अपने नियमित समय से लेट हो गई.
एलटीटी एक्सप्रेस में आग की अफवाह: सोमवार सुबह को भिलाई रेलवे स्टेशन पर खड़ी एलटीटी एक्सप्रेस में आग की अफवाह की खबर सामने आई. यह ट्रेन आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से एलटीटी मुंबई जा रही थी. सोमवार सुबह 5.10 बजे जैसे ही ट्रेन भिलाई रेलवे स्टेशन से गुजरी ट्रेन के पहिए के पास से काफी तेज धुआं निकलने लगा. जिसके बाद यात्रियों ने इसकी शिकायत रेलवे के कर्मियों से की. सूचना पर रेलवे के अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच की तो पता चला कि ट्रेन का पहिया जाम था. जिससे वह गर्म हो गया और धुआं निकला. रेलवे ने इसे सामान्य घटना बताया है.
रायपुर रेल मंडल के सीनियर PRI शिव प्रसाद ने बताया कि भिलाई रेलवे स्टेशन के पास एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगने जैसी वाली कोई बात नहीं है. यह सामान्य घटना है. जांच में यह पाया गया कि यह स्मोकिंग जैसा कोई धुआं था. जिसकी वजह से ट्रेन में कुछ देर के लिए अफरातफरी का माहौल निर्मित हुआ था. कुछ देर के बाद ट्रेन में माहौल सामान्य हो गया.