कोरबा: आयकर विभाग की ओर से अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी को 1800 करोड़ रुपए का नोटिस भेजा गया है. कांग्रेस पार्टी के केंद्रीय आह्वान पर शनिवार देर शाम कोरबा जिला कांग्रेस कमेटी ने मशाल रैली निकाल विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आरोप है कि अलोकतांत्रिक तरीके से कांग्रेस को कमजोर किया जा रहा है. चुनाव के समय कांग्रेस को कमजोर करने के लिए यह दमनकारी नीति अपनाई जा रही है. यही कारण है कि कांग्रेस कार्यकर्ता शहर के टीपी नगर से लेकर सीएसईबी चौक तक मशाल रैली निकाल विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.
देर शाम निकाली गई मशाल रैली: दरअसल, आईटी विभाग की ओर से कांग्रेस पार्टी को 1800 करोड़ रुपए का नोटिस जारी किया गया है. जिला कांग्रेस कमेटी, यूथ कांग्रेस, महिला कांग्रेस सहित कांग्रेस के सभी संगठनों को मशाल जुलूस में शामिल होने का आह्वान किया गया था. कांग्रेस हाई कमान के निर्देश पर सभी जिलों में कांग्रेस ने मशाल जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान बड़ी तादाद में कांग्रेस और उनके पदाधिकारी मौजूद रहे. रैली में शामिल हुए कोरबा के मेयर राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि, चुनाव के पहले कांग्रेस को अलोकतांत्रिक तरीके से नोटिस भेज कर कमजोर किया जा रहा है.
ठीक चुनाव के समय कांग्रेस पार्टी को अलोकतांत्रिक तरीके से कमजोर किया जा रहा है. 1800 करोड़ रुपए का आयकर नोटिस भेजा गया है, जो केंद्र की मोदी सरकार की दादागिरी को दर्शाता है. इसके पहले भी एक महीने तक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के खाते को फ्रीज कर दिया गया था. इस खाते से 135 करोड़ रुपए जबरन आहरित कर लिए गए थे. यह पूरी तरह से असंवैधानिक है. देश की सबसे मजबूत विपक्षी और पुरानी पार्टी को कमजोर करने की साजिश है.-राजकिशोर प्रसाद, मेयर, कोरबा
बता दें कि कोरबा ही नहीं छत्तीसगढ़ के कई जिलों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने शनिवार शाम को मशाल रैली निकालकर आईटी विभाग की कार्रवाई का विरोध किया. साथ ही चुनाव के दौरान अलोकतांत्रिक तरीके से कांग्रेस पार्टी को कमजोर करने की बात कांग्रेस कार्यकर्ता कह रहे हैं.