अजमेर: पीसीसी के आह्वान पर अजमेर में 'हल्ला बोल पोल खोल' कार्यक्रम के तहत कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को जिला मुख्यालय पर जमकर विरोध प्रदर्शन किया. कांग्रेस पदाधिकारियों के प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान कांग्रेस में व्याप्त गुटबाजी खुलकर सामने आ गई. अजमेर शहर कांग्रेस के निवर्तमान अध्यक्ष विजय जैन और उनके समर्थक धरना स्थल छोड़ कर चले गए. अजमेर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस के प्रत्याशी रहे रामचंद्र चौधरी ने जैन पर अनुशासनहीनता का आरोप लगाया और आलाकमान और पीसीसी चीफ को शिकायत करने की बात कही है.
कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के जन्मदिन पर अजमेर शहर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से यह कार्यक्रम रखा गया था. इसके तहत कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने केंद्र और प्रदेश सरकार की विफलताओं के खिलाफ जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया. कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया. इस दौरान तक सभी कांग्रेसी साथ रहे, लेकिन उसके बाद कांग्रेस में की गुटबाजी सामने आ गई.
अजमेर लोकसभा क्षेत्र के कार्यकर्ताओं का धरने से शहर कांग्रेस के निवर्तमान अध्यक्ष विजय जैन नदारद रहे. यह धरना जिला मुख्यालय के समीप महात्मा ज्योतिबा फुले स्मारक के पास लगाया था. अजमेर लोकसभा क्षेत्र से प्रत्याशी रहे रामचंद्र चौधरी ने निवर्तमान शहर अध्यक्ष विजय जैन के धरने पर नहीं आने को अनुशासनहीनता बताया. विजय जैन अपने 10-15 कार्यकर्त्ताओं के साथ प्रदर्शन में शामिल होने के बाद चले गए. उन्होंने कहा कि विजय जैन की शिकायत आलाकमान और पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा से की जाएगी.
चौधरी ने साधा प्रदेश और केंद्र सरकार पर निशाना साधा: धरने के दौरान कांग्रेस नेता चौधरी ने कहा कि गहलोत सरकार ने पशुपालकों को 5 रुपए प्रति लीटर दूध में सब्सिडी दी थी. इसे भजनलाल सरकार ने बंद कर दिया है. चौधरी ने कहा कि महंगाई के मुद्दे पर केंद्र सरकार भी पूरी तरह से विफल है.
कलेक्ट्रेट पर नहीं मिली धरने की अनुमति: यह कार्यक्रम शहर और देहात कांग्रेस की ओर से आयोजित था. रामचंद्र चौधरी ने प्रशासन से धरने की स्वीकृति जिला कलेक्ट्रेट के बाहर मांगी थी. उन्होंने वहां टेंट भी लगवा दिए, लेकिन ऐनवक्त पर स्वीकृति नहीं मिली. बाद में इस कार्यक्रम को महात्मा ज्योतिबा फुले स्मारक के समीप आयोजित किया गया.
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धरना पीसीसी निर्धारित कार्यक्रम नहीं: इधर, निवर्तमान शहर अध्यक्ष विजय जैन ने कहा कि रामचंद्र चौधरी ने धरने का कार्यक्रम रखा था. यह आयोजन पीसीसी की ओर से निर्धारित कार्यक्रम से अलग था. पीसीसी के आह्वान पर हल्ला बोल, पोल खोल कार्यक्रम के तहत जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन और राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया है. उसमें वे शामिल थे.