रायपुर: कद्दावर आदिवासी नेता और आदिम जाति कल्याण मंत्री रामविचार नेताम ने बड़ा आरोप कांग्रेस पर लगाया है. नेताम ने कहा है कि आदिवासियों को लेकर कांग्रेस के दिल में छल कपट रहा है. कांग्रेस आदिवासियों को सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए इस्तेमाल करती है. पूर्व की सरकार ने जो आयोजन किए वो महज दिखावा साबित हुए. हमारी सरकार ने आदिवासियों के उत्थान और उनके सम्मान के लिए काम किया. नेताम ने कहा कि हम दिखावा नहीं काम करते हैं.
''आदिवासियों को कांग्रेस ने नहीं दिए बड़े पद'': गौरव दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को लेकर राम विचार नेताम ने कहा कि आदिवासी समाज आज अपने आप को बहुत गौरवांवित महसूस कर रहा है. जब से प्रधानमंत्री ने भगवान बिरसा मुंडा के जन्म जयंती को गौरव दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है, तबसे आदिवासी समाज खुद को सम्मानित महसूस कर रहा है. पूरा आदिवासी समाज प्रधानमंत्री का आभार जता रहा है.
आदिवासी संस्कृति को एक मंच पर लाने का काम: मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि इस गौरव दिवस के माध्यम से देश के विभिन्न हिस्सों में जो आदिवासी जातियां ओर संस्कृति हैं उसे एक मंच पर लाने का प्रयास किया गया है. नेताम ने कहा कि ये हमारी सरकार की बड़ी उपलब्धि है. इस तरह के आयोजन से हमारे समाज का जो देश के विकास सहित अंग्रेजों की लड़ाई में योगदान था उसे भी बताने का प्रयास किया जा रहा है. युवाओं को सीखने के लिए बेहतर मौका मिल रहा है.
नारियल फोड़ने वाले कलाकार की तारीफ: मंत्री रामविचार नेताम ने खास तौर से सिर से नारियल फोड़ने वाले कलाकार की जमकर तारीफ की. नेताम ने कहा कि इस तरह के कलाकार का छत्तीसगढ़ में प्रदर्शन करना बिल्कुल अलग है. नेताम ने कहा कि विष्णु देव साय की सरकार आदिवासी समाज के विकास के लिए लगातार काम कर रही है. आगे भी हम लगातार इस तरह के आयोजन करते रहेंगे.
गौरव दिवस मनाने के फैसले से जनता के बीच अच्छा संदेश गया है. देश भर के आदिवासी इसे बेहतरीन फैसला बता रहे हैं. पीएम ने आदिवासियों के विकास के लिए 80 हजार करोड़ की योजनाओं का शुभारंभ किया है. :रामविचार नेताम, आदिम जाति कल्याण मंत्री
कांग्रेस पर तंज: रामविचार नेताम ने कहा कि अबतक कांग्रेस सिर्फ इनको वोट के लिए इस्तेमाल करती रही है. जबकी भारतीय जनता पार्टी ने देश के सर्वोच्च पद पर द्रौपदी मुर्मू को बिठाकर ये साबित किया है कि हम काम करते हैं. रामविचार नेताम ने दावा किया कि आने वाले वक्त में हम आदिवासी सम्मान और अस्मिता के लिए काम करते रहेंगे.