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हिमाचल में राहुल गांधी की एक रैली पर खर्च दिए 7.75 लाख, फिर भी चुनाव नहीं जीत सके विनोद सुल्तानपुरी - Rahul Gandhi Nahan Rally Expenses - RAHUL GANDHI NAHAN RALLY EXPENSES

HP Congress BJP Rally Expenses in Lok Sabha Election 2024: हिमाचल प्रदेश में अभी हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा में जहां कांग्रेस का जादू नहीं चला. वहीं, भाजपा ने प्रदेश की चारों लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की है. राहुल गांधी की नाहन रैली में जहां कांग्रेस ने 7.75 लाख रुपए खर्च दिए. वहीं, पीएम मोदी की नाहन रैली में भाजपा ने 9 लाख से ज्यादा का खर्च किया है.

HP Congress BJP Rally Expenses in Lok Sabha Election 2024
पीएम नरेंद्र मोदी, राहुल गांधी (Social Media fb)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jun 15, 2024, 10:56 AM IST

Updated : Jun 15, 2024, 12:02 PM IST

शिमला: हिमाचल प्रदेश में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के स्टार प्रचारकों का जनता के बीच में इस बार कोई जादू नहीं चला है. प्रदेश में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की कुल 9 रैलियों सहित 2 रोड शो हुए. इसके बावजूद कांग्रेस के हैवीवेट स्टार प्रचारक भाजपा को जीत की हैट्रिक लगाने से नहीं रोक पाए और पार्टी का लगातार चारों सीटों पर सफाया हो गया. वहीं, भाजपा में पीएम मोदी सहित राष्ट्रीय स्तर के स्टार प्रचारक हिमाचल में कांग्रेस का सूपड़ा साफ करने में सफल रहे हैं.

यहां तक कि प्रदेश में कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाली शिमला संसदीय सीट पर कांग्रेस ने राहुल गांधी की नाहन में हुई एक रैली पर ही 7.75 लाख खर्च कर दिए, लेकिन इसके बाद भी शिमला सीट से लगातार छह बार सांसद रहे केडी सुल्तानपुरी के पुत्र विनोद सुल्तानपुरी लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाए. कांग्रेस प्रत्याशी भाजपा उम्मीदवार सुरेश कश्यप से 91,454 मतों के अंतर से चुनाव हार गए. कांग्रेस की तरफ से चुनाव आयोग को सौंपे गए खर्च के ब्यौरे में ये खुलासा हुआ है. वहीं, नरेंद्र मोदी की नाहन की रैली पर 9 लाख से अधिक खर्च आया. पीएम मोदी की रैली का प्रभाव रहा कि भाजपा के सुरेश कश्यप हजारों मतों के अंतर से जीत गए.

कांग्रेस की लगातार चौथी हार

हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस और भाजपा ने चुनावी जनसभाओं पर खूब धन बहाया है. हिमाचल में स्टार प्रचारकों को बुलाने पर दिल खोलकर लाखों खर्च किए गए हैं. कांग्रेस और भाजपा ने शिमला संसदीय सीट पर नाहन में आयोजित हुई कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल और भाजपा की तरफ से पीएम नरेंद्र मोदी की रैलियों को लेकर दोनों पार्टियों की तरफ से चुनाव आयोग को दी खर्च की जानकारी में इसका खुलासा हुआ है. नाहन में राहुल गांधी की 26 मई को आयोजित हुई एक रैली पर कांग्रेस ने कुल 7.75 लाख खर्च कर दिए. इसमें अकेले 5 लाख कार्यकर्ताओं की जुटाई गई भीड़ के लिए लगाए गए टेंट पर खर्च हुए हैं. इसी तरह के ग्राउंड की बुकिंग के लिए पार्टी ने 60 हजार का खर्च किया है. वहीं, राहुल गांधी के भाषण को सुनने के लिए संसदीय क्षेत्र के तहत शिमला, सोलन व सिरमौर से जुटाई गई थी. कार्यकर्ताओं की भीड़ के लिए गाड़ियों में 1.70 लाख का पेट्रोल डलवाया गया है.

मोदी की रैली पर 9 लाख खर्च

शिमला संसदीय क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में 24 मई को नाहन में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली आयोजित हुई थी. जिस पर भाजपा 9 लाख से अधिक की राशि एक ही रैली पर खर्च कर दी. जो कांग्रेस की राहुल गांधी की रैली पर खर्च की गई धनराशि से करीब 1.32 लाख अधिक थी, लेकिन शिमला संसदीय सीट पर मोदी के प्रभाव से भाजपा जीत हासिल करने में सफल रही. सिरमौर जिले के तहत नाहन में मोदी की रैली में भीड़ जुटाने के लिए विभिन्न क्षेत्र से लाई गई बसों के किराए पर 2.80 लाख खर्च हुआ है. इसी चुनाव आयोग को सौंपी गई जानकारी में छोटी गाड़ियों पर 96 हजार का खर्च दर्शाया गया है. इसके अलावा रैली के दिन कार्यकर्ताओं के लिए की गई भोजन की व्यवस्था पर 1.80 लाख खर्च किए गए. इसके अलावा पीएम मोदी की हिमाचल की टोपी पर 500 रुपए, 4 हजार रुपए की लोहिया, 800 रुपये शॉल और 1 हजार रुपए डांगरू पर खर्च हुए हैं. बता दें एक संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार पर 95 लाख खर्च किए जाने की सीमा तय की गई है.

ये भी पढे़ं: हिमाचल उपचुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया जारी, पहले दिन किसी ने नहीं भरा नामांकन

शिमला: हिमाचल प्रदेश में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के राष्ट्रीय स्तर के स्टार प्रचारकों का जनता के बीच में इस बार कोई जादू नहीं चला है. प्रदेश में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की कुल 9 रैलियों सहित 2 रोड शो हुए. इसके बावजूद कांग्रेस के हैवीवेट स्टार प्रचारक भाजपा को जीत की हैट्रिक लगाने से नहीं रोक पाए और पार्टी का लगातार चारों सीटों पर सफाया हो गया. वहीं, भाजपा में पीएम मोदी सहित राष्ट्रीय स्तर के स्टार प्रचारक हिमाचल में कांग्रेस का सूपड़ा साफ करने में सफल रहे हैं.

यहां तक कि प्रदेश में कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाली शिमला संसदीय सीट पर कांग्रेस ने राहुल गांधी की नाहन में हुई एक रैली पर ही 7.75 लाख खर्च कर दिए, लेकिन इसके बाद भी शिमला सीट से लगातार छह बार सांसद रहे केडी सुल्तानपुरी के पुत्र विनोद सुल्तानपुरी लोकसभा चुनाव नहीं जीत पाए. कांग्रेस प्रत्याशी भाजपा उम्मीदवार सुरेश कश्यप से 91,454 मतों के अंतर से चुनाव हार गए. कांग्रेस की तरफ से चुनाव आयोग को सौंपे गए खर्च के ब्यौरे में ये खुलासा हुआ है. वहीं, नरेंद्र मोदी की नाहन की रैली पर 9 लाख से अधिक खर्च आया. पीएम मोदी की रैली का प्रभाव रहा कि भाजपा के सुरेश कश्यप हजारों मतों के अंतर से जीत गए.

कांग्रेस की लगातार चौथी हार

हिमाचल प्रदेश में लोकसभा चुनाव जीतने के लिए कांग्रेस और भाजपा ने चुनावी जनसभाओं पर खूब धन बहाया है. हिमाचल में स्टार प्रचारकों को बुलाने पर दिल खोलकर लाखों खर्च किए गए हैं. कांग्रेस और भाजपा ने शिमला संसदीय सीट पर नाहन में आयोजित हुई कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल और भाजपा की तरफ से पीएम नरेंद्र मोदी की रैलियों को लेकर दोनों पार्टियों की तरफ से चुनाव आयोग को दी खर्च की जानकारी में इसका खुलासा हुआ है. नाहन में राहुल गांधी की 26 मई को आयोजित हुई एक रैली पर कांग्रेस ने कुल 7.75 लाख खर्च कर दिए. इसमें अकेले 5 लाख कार्यकर्ताओं की जुटाई गई भीड़ के लिए लगाए गए टेंट पर खर्च हुए हैं. इसी तरह के ग्राउंड की बुकिंग के लिए पार्टी ने 60 हजार का खर्च किया है. वहीं, राहुल गांधी के भाषण को सुनने के लिए संसदीय क्षेत्र के तहत शिमला, सोलन व सिरमौर से जुटाई गई थी. कार्यकर्ताओं की भीड़ के लिए गाड़ियों में 1.70 लाख का पेट्रोल डलवाया गया है.

मोदी की रैली पर 9 लाख खर्च

शिमला संसदीय क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के पक्ष में 24 मई को नाहन में पीएम नरेंद्र मोदी की रैली आयोजित हुई थी. जिस पर भाजपा 9 लाख से अधिक की राशि एक ही रैली पर खर्च कर दी. जो कांग्रेस की राहुल गांधी की रैली पर खर्च की गई धनराशि से करीब 1.32 लाख अधिक थी, लेकिन शिमला संसदीय सीट पर मोदी के प्रभाव से भाजपा जीत हासिल करने में सफल रही. सिरमौर जिले के तहत नाहन में मोदी की रैली में भीड़ जुटाने के लिए विभिन्न क्षेत्र से लाई गई बसों के किराए पर 2.80 लाख खर्च हुआ है. इसी चुनाव आयोग को सौंपी गई जानकारी में छोटी गाड़ियों पर 96 हजार का खर्च दर्शाया गया है. इसके अलावा रैली के दिन कार्यकर्ताओं के लिए की गई भोजन की व्यवस्था पर 1.80 लाख खर्च किए गए. इसके अलावा पीएम मोदी की हिमाचल की टोपी पर 500 रुपए, 4 हजार रुपए की लोहिया, 800 रुपये शॉल और 1 हजार रुपए डांगरू पर खर्च हुए हैं. बता दें एक संसदीय क्षेत्र में चुनाव प्रचार पर 95 लाख खर्च किए जाने की सीमा तय की गई है.

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Last Updated : Jun 15, 2024, 12:02 PM IST
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