शिमला: हिमाचल में विधानसभा की तीन सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए कांग्रेस ने अपनी तैयारी शुरू कर दी हैं. इसके लिए पार्टी ने नालागढ़, हमीरपुर और देहरा विधानसभा सीटों पर उपचुनाव के लिए सह पर्यवेक्षक नियुक्त कर दिए हैं. जिसमें विधायक सुरेश कुमार, चन्द्रशेखर व विवेक शर्मा को हमीरपुर के सह पर्यवेक्षक का दायित्व सौंपा गया है. जिला कांगड़ा के तहत देहरा में होने वाले उपचुनाव के लिए राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष भवानी सिंह पठानिया, उपाध्यक्ष हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड रघुवीर सिंह बाली व विधायक संजय रतन. वहीं, नालागढ़ विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए मुख्य संसदीय सचिव चौधरी राम कुमार, संजय अवस्थी व विधायक विनोद सुल्तानपुरी को सह पर्यवेक्षक लगाया गया है.
'एकजुटता के साथ होगा धनबल का मुकाबला'
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव संगठन रजनीश किमटा का कहना है कि आगामी विधानसभा उपचुनावों के लिए कांग्रेस पूरी तरह से तैयार है. पार्टी एकजुटता के साथ धनबल का सामना करेगी. सह पर्यवेक्षक इन विधानसभा उपचुनावों के कांग्रेस पार्टी के प्रभारियों के साथ समन्वय स्थापित करेंगे. उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने देहरा विधानसभा क्षेत्र के लिए कृषि मंत्री चन्द्र कुमार, नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र के लिए शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर और हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी को प्रभारी नियुक्त किया है.
रजनीश किमटा ने कहा कि तीन निर्दलीय विधायकों ने अपने चुनाव क्षेत्र के मतदाताओं के साथ विश्वासघात कर जन-भावनाओं को भाजपा को बेचा है. जिसका खामियाजा तीनों पूर्व विधायकों को विधानसभा उपचुनाव में भुगतना होगा. उन्होंने कहा कि अगर निर्दलीय विधायकों ने अपने पदों से इस्तीफा नहीं दिया होता तो आज हिमाचल को उपचुनाव का बोझ नहीं उठाना पड़ता. कांग्रेस ने हाल में विधानसभा की छह सीटों पर हुए उपचुनावों में चार सीटें जीती हैं. जिससे ये साबित होता है कि प्रदेश की जनता ने 15 महीने की सुक्खू सरकार की नीतियों, कार्यक्रमों एवं नेतृत्व पर अपनी मुहर लगाई है. उन्होंने कहा कि उपचुनाव में प्रदेश की जनता ने भाजपा की खरीद फरोख्त की राजनीति को पूरी तरह से नकार दिया है.