बलरामपुर: बलरामपुर जिले के अंतिम छोर पर बसे भुताही गांव में भी अब विकास की संभावना जगी है. दरअसल, रविवार को इस गांव में एसपी और कलेक्टर पहुंचे. ये अधिकारी गांव के लोगों के साथ जमीन पर बैठकर बातचीत किए. साथ ही ग्रामीणों को शासकीय योजनाओं का लाभ दिलाने का वादा किया.
बलरामपुर के एसपी और कलेक्टर ने सुनी ग्रीमीणों की समस्याएं: दरअसल, भुताही गांव कुसमी विकासखण्ड का अतिसंवेदनशील और पहुंच विहिन क्षेत्र माना जाता है. शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ दिलाकर लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक सहित प्रशासनिक अमला भुताही गांव पहुंचा. ये लगभग 6 किलोमीटर दुर्गम पहाड़ी के रास्ते चलकर सुदूरवर्ती गांव पहुंचे. इस दौरान जिले के आला-अधिकारियों ने ग्रामीणों के साथ जमीन पर बैठ कर बातचीत की. साथ ही उनकी समस्याओं को सुना. इस दौरान अधिकारियों ने ग्रामीणों के मूलभूत समस्या निपटान का आश्वासन दिया.
भुताही से पुंडांग गांव पहुंचने के लिए सड़क बनाना प्रशासन की प्राथमिकता है. सड़क के विकास के साथ ही अन्य विकास कार्यों को गति दी जाएगी. भुताही कैंप से भुताही बस्ती तक आवगमन बहाल करने के लिए जल्द ही निर्माण कार्य के लिए कार्ययोजना बनाई जाएगी. -रिमिजियुस एक्का, कलेक्टर
भुताही गांव में मूलभूत सुविधाओं का होगा विकास: बलरामपुर के घोर नक्सल प्रभावित क्षेत्र भुताही गांव पहुंचकर रविवार को कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने जन चौपाल लगाकर स्थानीय ग्रामीणों से मुलाकात की. दोनों अधिकारियों ने लोगों से विकास का वादा किया.