शिमला: हिमाचल में राज्यपाल की ओर से गुरुवार को आयोजित की गई प्रेसवार्ता के एक दिन बाद ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से मिलने राजभवन पहुंचे. इस दौरान मीडिया से बातचीत में सीएम सुक्खू ने कहा कि ये एक शिष्टाचार के नाते राज्यपाल से भेंट थी. उन्होंने कहा कि हिमाचल में लोकसभा सहित विधानसभा की छह सीटों पर हुए उपचुनाव के चलते 16 मार्च को आचार संहिता लग गई थी. इस कारण पिछले करीब चार महीने से चुनाव की व्यस्तता की वजह से राज्यपाल से भेंट नहीं हो पाई थी, इसके कारण सरकार और राजभवन के बीच में कम्युनिकेशन गैप हो गया था. ऐसे में राज्यपाल से मिलकर सभी तरह की नाराजगी को दूर किया गया है.
'योगा डे सरकारी कार्यक्रम, उनकी नाराजगी सही'
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से शिष्टाचार की भेंट के दौरान प्रदेश से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर राज्यपाल की नाराजगी को दूर किया गया. उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने कुछ मुददों पर नाराजगी जताई है. इसमें योगा डे पर सरकारी कार्यक्रम पर जताई गई उनकी नाराजगी भी जायज है. वो संवैधानिक पद हैं इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए. योगा-डे के दिन शहर के मेयर भी उपस्थित नहीं थे. इसके अतिरिक्त कुछ विषयों पर कम्युनिकेशन गैप था, उन्हें भी राज्यपाल से मिलकर दूर कर दिया गया है. हिमाचल में विश्विद्यालय कुलपतियों की नियुक्ति न होने पर सीएम सुक्खू ने कहा कि संबंधित फाइल तीन-चार महीने पहले राज्यपाल ने वापस सरकार को भेज दी थी. ये फाइल विधि सचिव के पास ही पड़ी हैं. राज्यपाल चाहते हैं कि विश्वविद्यालय में शिक्षा का माहौल बना रहे, इसके लिए कुलपति की नियुक्ति होना जरूरी हैं. इस विषय को लेकर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है. निश्चित तौर पर राज्यपाल ने जो विषय उठाए हैं, उस पर सरकार पूरा गौर करेगी। भविष्य में इन सब बातों का पूरा ध्यान रखा जाएगा.
सीएम सुक्खू ने की राज्यपाल से शिष्टाचार भेंट, कहा: राजभवन की सभी नाराजगियों को किया दूर - CM sukhu met with Governor
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से मिलने राजभवन पहुंचे. दरअसल एक दिन पहले ही राज्यपाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य सरकार के प्रति नाराजगी जताई थी. इस दौरान मीडिया से बातचीत में सीएम सुक्खू ने कहा कि ये एक शिष्टाचार के नाते राज्यपाल से भेंट थी. जिन विषयों पर राज्यपाल को नाराजगी थी उसे दूर कर दिया गया है.
By ETV Bharat Himachal Pradesh Team
Published : Jun 28, 2024, 6:10 PM IST
|Updated : Jun 28, 2024, 7:45 PM IST
शिमला: हिमाचल में राज्यपाल की ओर से गुरुवार को आयोजित की गई प्रेसवार्ता के एक दिन बाद ही मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से मिलने राजभवन पहुंचे. इस दौरान मीडिया से बातचीत में सीएम सुक्खू ने कहा कि ये एक शिष्टाचार के नाते राज्यपाल से भेंट थी. उन्होंने कहा कि हिमाचल में लोकसभा सहित विधानसभा की छह सीटों पर हुए उपचुनाव के चलते 16 मार्च को आचार संहिता लग गई थी. इस कारण पिछले करीब चार महीने से चुनाव की व्यस्तता की वजह से राज्यपाल से भेंट नहीं हो पाई थी, इसके कारण सरकार और राजभवन के बीच में कम्युनिकेशन गैप हो गया था. ऐसे में राज्यपाल से मिलकर सभी तरह की नाराजगी को दूर किया गया है.
'योगा डे सरकारी कार्यक्रम, उनकी नाराजगी सही'
सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से शिष्टाचार की भेंट के दौरान प्रदेश से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर राज्यपाल की नाराजगी को दूर किया गया. उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने कुछ मुददों पर नाराजगी जताई है. इसमें योगा डे पर सरकारी कार्यक्रम पर जताई गई उनकी नाराजगी भी जायज है. वो संवैधानिक पद हैं इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए. योगा-डे के दिन शहर के मेयर भी उपस्थित नहीं थे. इसके अतिरिक्त कुछ विषयों पर कम्युनिकेशन गैप था, उन्हें भी राज्यपाल से मिलकर दूर कर दिया गया है. हिमाचल में विश्विद्यालय कुलपतियों की नियुक्ति न होने पर सीएम सुक्खू ने कहा कि संबंधित फाइल तीन-चार महीने पहले राज्यपाल ने वापस सरकार को भेज दी थी. ये फाइल विधि सचिव के पास ही पड़ी हैं. राज्यपाल चाहते हैं कि विश्वविद्यालय में शिक्षा का माहौल बना रहे, इसके लिए कुलपति की नियुक्ति होना जरूरी हैं. इस विषय को लेकर सरकार गंभीरता से विचार कर रही है. निश्चित तौर पर राज्यपाल ने जो विषय उठाए हैं, उस पर सरकार पूरा गौर करेगी। भविष्य में इन सब बातों का पूरा ध्यान रखा जाएगा.