कांगड़ा: हिमाचल प्रदेश विधानसभा उपचुनाव को लेकर सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू चुनावी दौरे पर कांगड़ा जिले पहुंचे. इस दौरान उन्होंने भाजपा और देहरा से बीजेपी उम्मीदवार होशियार सिंह पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा निर्दलीय विधायक होते हुए भी होशियार सिंह ने देहरा के सम्मान को भाजपा के पास गिरवी रखा. अब चुनाव में जनता देहरा के अपमान का बदला लेने के लिए तैयार बैठी है.
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज देहरा विधानसभा क्षेत्र के खैरियां, बौंगता, बाड़ी, शिवनाथ, ध्वाला, ठाकुरद्वारा, मूहल, रजोल और देहरा में कांग्रेस प्रत्याशी कमलेश ठाकुर के पक्ष में चुनाव प्रचार किया. इस दौरान सीएम होशियार सिंह और भाजपा पर हमलावर रहे. सीएम ने कहा सरकार गिराने की साजिश में कांग्रेस पार्टी के छह बागी विधायकों और तीन निर्दलीय विधायकों ने भाजपा का साथ दिया, लेकिन जनता ने धनबल की राजनीति को नकार कर कांग्रेस विधायकों की संख्या 34 से बढ़ाकर 38 कर दिया.
सीएम ने कहा इतिहास में पहली बार निर्दलीय विधायक अपना इस्तीफा स्वीकार कराने के लिए धरने पर बैठे और कोर्ट गए. इसकी असली वजह भाजपा से डील की रुकी हुई दूसरी किस्त थी. इस्तीफा स्वीकार होने के बाद अब होशियार सिंह समेत तीनों निर्दलीय विधायकों को अटैची मिल चुकी है. होशियार सिंह ने देहरा विधानसभा क्षेत्र के सम्मान को भाजपा के पास गिरवी रखा और अब देहरा की जनता इस अपमान का बदला लेने को तैयार है.
उन्होंने कहा कि देहरा से भाजपा प्रत्याशी होशियार सिंह अब उस धन से जनता को वोट खरीदने का प्रयास करेंगे, लेकिन जनता विकास को चुनेगी और कांग्रेस प्रत्याशी कमलेश ठाकुर को भारी मतों से विजयी बनाएगी. होशियार सिंह सिर्फ वोट की राजनीति करने में व्यस्त रहे और क्षेत्र के विकास को अनदेखा किया. होशियार सिंह की अपनी गृह पंचायत के लोग भी विकास को तरस रहे हैं. उनकी प्राथमिकता अपने रिजॉर्ट का काम पूरा करना है. उनका विकास से उनका कोई लेना देना नहीं है.
सीएम ने कहा छह महीने पहले जब वह हरिपुर आए तो निर्दलीय विधायक की हर मांग को पूरा किया, लेकिन काम न होने का आरोप लगाकर वह भाजपा की साजिश में शामिल होकर अपनी विधायकी बेच डाली. अगर कांग्रेस सरकार से निर्दलीय विधायक को दिक्कत थी तो भाजपा के साथ बैठ जाते, उपचुनाव का बोझ जनता पर क्यों डाला? विपक्ष में बैठ कर होशियार सिंह कैसे अपने क्षेत्र का विकास कैसे करवाएंगे ? भाजपा के ईमानदार कार्यकर्ता भी होशियार सिंह का साथ नहीं देंगे. क्योंकि विधायक रहते हुए उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित किया था.
उन्होंने कहा कि नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर और भाजपा धनबल के अहंकार में जनता की ताकत को कुछ नहीं समझते. पहले उन्होंने पुरानी पेंशन को लेकर सरकारी कर्मचारियों को चुनाव लड़ने की चुनौती दी थी और फिर विधानसभा में कहा कि इस सरकार को भगवान भी नहीं बचा सकते हैं.
ये भी पढ़ें: "जिसको नादौन ने नकारा उसे देहरा भी नहीं करेगा स्वीकार, सुक्खू परिवार का यहां से नहीं है नाता"