शिमला: हिमाचल में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार ने हिमकेयर योजना को लेकर व्यवस्था परिवर्तन किया है. प्रदेशभर में सरकारी क्षेत्र में सेवाएं दे रहे अधिकारियों और कर्मचारियों को अस्पतालों में एडमिट होने पर हिमकेयर सुविधा का लाभ नहीं मिलेगा.
डॉ. यशवंत सिंह परमार की 118वीं जयंती के अवसर पर मीडिया से बातचीत में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा "सरकारी क्षेत्र में कार्यरत अधिकारियों और कर्मचारियों को सरकार इलाज करने पर रिफंड देती है. ऐसे में सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों को हिमकेयर में लाने की जरूरत नहीं है"
एक इलाज का अलग-अलग बिल
सीएम सुक्खू ने कहा "बीजेपी सरकार में हिमकेयर योजना बिना सोचे-समझे शुरू की गई थी जिसमें सुधार की जरूरत थी. हिमकेयर योजना को बंद नहीं किया गया है बल्कि प्राइवेट अस्पतालों के साथ इंपैलनमेंट को बंद किया है." सीएम ने कहा "कुछ प्राइवेट अस्पतालों में इस तरह की शिकायतें प्राप्त हुई हैं कि एक निजी अस्पताल में हर्निया का ऑपरेशन 25 हजार रुपये में हो रहा था तो किसी दूसरे निजी अस्पताल में हर्निया का ऑपरेशन करने पर 1 लाख रुपये का बिल थमाया जा रहा था."
सीएम ने कहा वित्त मंत्री होने के नाते मैनें इसका अध्ययन किया तो पाया कि हिमकेयर कार्ड को लेकर काफी गड़बड़ियां की जा रही थीं. इस योजना को लेकर कोई भी पारदर्शिता नहीं थी. इसको देखते हुए अब निजी अस्पतालों में हिमकेयर कार्ड की सुविधा को बंद करने का फैसला लिया गया है. उन्होंने कहा सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों जैसे मेडिकल कॉलेजों और सिविल अस्पतालों में हिमकेयर कार्ड की सुविधा को जारी रखा गया है. यहां पर जरूरतमंद योजना का फायदा उठा सकते हैं. उन्होंने कहा कि हिमकेयर योजना को लेकर सरकार ने सुधार किया है जिसकी बहुत अधिक जरूरत थी.
1 सितंबर से हिमकेयर कार्ड प्राइवेट अस्पतालों में होंगे बंद
हिमाचल सरकार ने एक पत्र जारी किया है जिसमें हिमकेयर कार्ड को प्राइवेट अस्पतालों में 1 सितंबर से बंद कर दिया जाएगा. वहीं, सरकारी अस्पतालों में मरीजों को हिमकेयर कार्ड की सुविधा मिलती रहेगी.
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