शिमला: दिल्ली में इस सप्ताह सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की मीटिंग होने वाली है. इससे पहले सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला में आज सोमवार (16 अप्रैल) को विधायक दल की बैठक बुलाई है. यहां सीएम के सरकारी आवास ओक ओवर में होने वाली इस बैठक में सभी विधायकों को उपस्थित रहने का निर्देश जारी किया गया है.
इस दौरान दो लोकसभा सीटों सहित विधानसभा उपचुनाव में उतारे जाने वाले प्रत्याशियों के नामों पर फिर से मंथन हो सकता है. जिससे विधायक दल की मीटिंग में आने वाले सुझावों को सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की बैठक में रखा जा सके. यही नहीं कांग्रेस सत्ता में है, ऐसे में सभी विधायकों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशियों को लीड दिलाने की भी जिम्मेदारी दी जा सकती है. जिसके आधार पर जनता के बीच में विधायकों की लोकप्रियता भी सिद्ध होगी.
15 महीने की सुक्खू सरकार की अग्नि परीक्षा
प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू की सरकार को बने हुए 15 महीने हो गए हैं. इस दौरान सुक्खू सरकार चुनावों में जनता को दी 10 में 5 गारंटियों को पूरा करने का दावा की है. सुक्खू के इस कार्यकाल में प्रदेश में चार लोकसभा सीटों सहित 6 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होने जा रहे हैं. ऐसे में इस चुनाव में सुक्खू सरकार के पास अपनी लोकप्रियता सिद्ध करने का भी यही अवसर है. इसी तरह से राज्यसभा चुनाव के दौरान हिमाचल में जो सियासी घटना क्रम घटा था, पार्टी के अंदर ऐसी स्थिति दोबारा न हो इसके लिए भी सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू के लिए ये चुनाव किसी अग्नि परीक्षा से कम नहीं है. इन सभी तरह के हालातों को देखते हुए कांग्रेस पार्टी, प्रत्याशियों के चयन को लेकर फूंक-फूंक कर कदम रख रही है.
चुनाव को लेकर होगी चर्चा
विधायक दल की बैठक में लोकसभा सहित विधानसभा उपचुनाव को लेकर चर्चा हो सकती है. इसी तरह से जिन सीटों पर अभी प्रत्याशियों के नामों का ऐलान नहीं हुआ है, इसे लेकर भी विधायकों से सशक्त कैंडिडेट के नाम को लेकर सुझाव लिया जा सकता है. कांग्रेस ऐसे प्रत्याशी को चुनाव में उतारने का मन बना रही है जो अपने दम पर चुनाव जीत सके. इस सभी विषयों को लेकर विधायक दल की बैठक में चर्चा संभव है.