रायपुर: बीजापुर सुकमा बॉर्डर पर मंगलवार को नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर हमला किया था. इस अटैक में तीन जवान शहीद हो गए और 14 जवान घायल हैं. घायल जवानों इलाजा रायपुर और जगदलपुर में किया जा रहा है. साय सरकार जबसे बनी है तब से माओवादी लगातार नक्सल वारदात को अंजाम दे रहे हैं. सीएम साय ने इस मामले में डीजीपी अशोक जुनेजा को दिसंबर महीने में खास निर्देश देकर नक्सल ऑपरेशन की मॉनिटरिंग करने की सलाह दी थी. डीजीपी अशोक जुनेजा को नक्सल मोर्चे पर सख्ती से कार्य करने को कहा गया था. उसके बाद से लगातार छत्तीसगढ़ पुलिस और सुरक्षाबल के अधिकारी नक्सल मोर्चे पर प्लानिंग कर रहे थे. नक्सल ऑपरेशन में तेजी भी देखी गई थी. लेकिन इस बीच 30 जनवरी को नक्सलियों ने बीजापुर में बड़ा अटैक कर दिया. जिसमें तीन जवान शहीद हो गए. जिसके बाद सीएम साए फुल एक्शन के मूड में हैं.
रायपुर में नक्सल ऑपरेशन पर हाई लेवल मीटिंग: रायपुर में नक्सल ऑपरेशन पर हाई लेवल मीटिंग बुलाई गई है. इस मीटिंग में सीएम विष्णुदेव साय, गृह मंत्री और डिप्टी सीएम विजय शर्मा, गृह मंत्रालय के अधिकारी, छत्तीसगढ़ पुलिस के अधिकारी और सुरक्षाबलों के टॉप ऑफिसर्स मौजूद रहेंगे. इस मीटिंग में छत्तीसगढ़ के बस्तर में नक्सल ऑपरेशन को लेकर चर्चा की जाएगी.
सरकार का सख्त संदेश, नक्सली हिंसा छोड़ें: इससे पहले भी छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री और डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने नक्सलियों से हिंसा का रास्ता छोड़ने की अपील की थी. विजय शर्मा ने यहां तक कहा था कि अगर नक्सली हिंसा का रास्ता छोड़कर वार्ता को तैयार है, तो हम उनसे वीडियो कॉल के जरिए भी बातचीत कर सकते हैं. सरकार की पहल पर नक्सलियों की तरफ से कोई जवाब नहीं आया था. अब बीजापुर सुकमा बॉर्डर पर मंगलवार को हुए नक्सली हमले के बाद साय सरकार नक्सल ऑपरेशन पर बड़ा फैसला इस हाईलेवल मीटिंग में ले सकती है.