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हरियाणा में किडनी मरीजों को बड़ी सौगात, सीएम के ऐलान के बाद मुफ्त में हो रहा डायलिसिस, आप भी उठाएं फायदा

सीएम सैनी ने किडनी के मरीजों को बड़ी सौगात दी है. सीएम की घोषणा के बाद अस्पतालों में डायलिसिस सेवाएं मुफ्त शुरू हो गई है.

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By ETV Bharat Haryana Team

Published : 8 hours ago

CM SAINI big gift to kidney patient
सीएम सैनी का किडनी मरीजों को बड़ी सौगात (ETV Bharat)

जींद: हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने किडनी के मरीजों को बड़ी सौगात दी है. सीएम सैनी की घोषणा के बाद प्रदेश के सभी नागरिक अस्पतालों में डायलिसिस की सेवाएं मुफ्त शुरू कर दी गई है. जींद में किडनी रोग से पीड़ित मरीजों को निजी अस्पतालों में डायलिसिस की सुविधा मुफ्त कर दी गई है. हालांकि पहले इस मुफ्त सेवा का लाभ आयुष्मान या बीपीएल कार्ड धारक ही उठा सकते थे.

किडनी मरीजों का मुफ्त में होगा डायलिसिस: जींद में भी सीएम सैनी की घोषणा के बाद जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल में मुफ्त सेवा शुरू कर दी गई है. शनिवार को सीएमओ डॉ गोपाल गोयल, डिप्टी एमएस डॉ राजेश भोला, डिप्टी सीएमओ डॉ रमेश पांचाल ने डायलिसिस सेंटर का दौरा किया. साथ ही यहां मरीजों से बातचीत की. सीएमओ डॉ. गोपाल गोयल ने कहा कि किडनी रोग पीड़ितों को डायलिसिस कराने के लिए अब रुपये नहीं देने होंगे. नागरिक अस्पताल में ये सुविधा मुफ्त उपलब्ध होगी.

आज के दौर में हर इंसान किसी न किसी बीमारी का शिकार है. इन दिनों शुगर और ब्लड प्रेशर की बीमारी होने से इंसान को किडनी रोग होने की आशंका बढ़ जाती है और फिर अगर किडनी की बीमारी होती है तो फिर उसे डायलिसिस करवाना पड़ता है. अगर समय पर इलाज न मिले तो मरीज की जान भी जा सकती है. स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार अस्पताल में डायलिसिस की सेवा मुफ्त कर दी गई है. - डॉ गोपाल गोयल, सीएमओ

किडनी रोगियों को मिलेगी राहत: वहीं, डिप्टी एमएस डॉ राजेश भोला ने कहा कि डायलिसिस का खर्च करीब 20 से 25 हजार रुपये प्रति माह का आता है, जो कि इस बात पर निर्भर करता है कि डायलिसिस माह में कितनी बार हो रहा है. अब हरियाणा सरकार इसका खर्च उठाएगी. सरकार और स्वास्थ्य विभाग के इस फैसले से राज्य में किडनी रोगियों को बड़ी राहत मिलेगी. डायलिसिस का उपचार महंगा होने से भी आज किडनी रोगियों की मौत हो रही है. इसीलिए स्वास्थ्य विभाग और सरकार ने इन रोगियों की सुविधा के लिए सभी सरकारी अस्पतालों में डायलिसिस के लिए विशेष मशीनें उपलब्ध करवाई हैं.

फास्ट फूड से करें परहेज: ऐसे में डायलिसिस के लिए अब मरीजों को निजी अस्पतालों में महंगा उपचार करवाने की जरूरत नहीं है. सरकारी अस्पतालों में ये सुविधा मुफ्त उपलब्ध होगी. बढ़ रही बीमारियों को देखते हुए हमें आज के दौर में पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए. मरीजों को अच्छे खानपान को अपनाना चाहिए. बाजार के बने फास्ट फूड से पूरी तरह परहेज करना चाहिए.

समय-समय पर करवाएं जांच: डिप्टी सीएमओ डॉ. रमेश पांचाल ने कहा कि ब्लड प्रेशर और शुगर के मरीजों को समय-समय पर अपने स्वास्थ्य की जांच करवानी चाहिए. सरकार ने घोषणा करते हुए कहा है कि क्रोनिक किडनी डिजीज के शिकार रोगियों को राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त डायलिसिस की सुविधा दी जाएगी. एनसीडी (नॉन कम्युनिकेबल डिसीज़) कार्यक्रम के तहत नागरिक अस्पताल में कोई भी मरीज अपने बीपी, शुगर की मुफ्त जांच भी करवा सकता है.

ये भी पढ़ें:सभी मंत्रियों को कमरे अलॉट, सीएम सैनी ने लड्डू खिलाकर करवाया पदभार ग्रहण... विभागों का बंटवारा बाकी

ये भी पढ़ें:कुर्सी संभालते ही बोले हरियाणा के 'गब्बर' - रात को सीएम बनकर सोने वाले कहते थे एंटी इनकंबेंसी है... हमने कहा प्रो इनकंबेंसी थी

जींद: हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी ने किडनी के मरीजों को बड़ी सौगात दी है. सीएम सैनी की घोषणा के बाद प्रदेश के सभी नागरिक अस्पतालों में डायलिसिस की सेवाएं मुफ्त शुरू कर दी गई है. जींद में किडनी रोग से पीड़ित मरीजों को निजी अस्पतालों में डायलिसिस की सुविधा मुफ्त कर दी गई है. हालांकि पहले इस मुफ्त सेवा का लाभ आयुष्मान या बीपीएल कार्ड धारक ही उठा सकते थे.

किडनी मरीजों का मुफ्त में होगा डायलिसिस: जींद में भी सीएम सैनी की घोषणा के बाद जिला मुख्यालय स्थित नागरिक अस्पताल में मुफ्त सेवा शुरू कर दी गई है. शनिवार को सीएमओ डॉ गोपाल गोयल, डिप्टी एमएस डॉ राजेश भोला, डिप्टी सीएमओ डॉ रमेश पांचाल ने डायलिसिस सेंटर का दौरा किया. साथ ही यहां मरीजों से बातचीत की. सीएमओ डॉ. गोपाल गोयल ने कहा कि किडनी रोग पीड़ितों को डायलिसिस कराने के लिए अब रुपये नहीं देने होंगे. नागरिक अस्पताल में ये सुविधा मुफ्त उपलब्ध होगी.

आज के दौर में हर इंसान किसी न किसी बीमारी का शिकार है. इन दिनों शुगर और ब्लड प्रेशर की बीमारी होने से इंसान को किडनी रोग होने की आशंका बढ़ जाती है और फिर अगर किडनी की बीमारी होती है तो फिर उसे डायलिसिस करवाना पड़ता है. अगर समय पर इलाज न मिले तो मरीज की जान भी जा सकती है. स्वास्थ्य विभाग के निर्देशानुसार अस्पताल में डायलिसिस की सेवा मुफ्त कर दी गई है. - डॉ गोपाल गोयल, सीएमओ

किडनी रोगियों को मिलेगी राहत: वहीं, डिप्टी एमएस डॉ राजेश भोला ने कहा कि डायलिसिस का खर्च करीब 20 से 25 हजार रुपये प्रति माह का आता है, जो कि इस बात पर निर्भर करता है कि डायलिसिस माह में कितनी बार हो रहा है. अब हरियाणा सरकार इसका खर्च उठाएगी. सरकार और स्वास्थ्य विभाग के इस फैसले से राज्य में किडनी रोगियों को बड़ी राहत मिलेगी. डायलिसिस का उपचार महंगा होने से भी आज किडनी रोगियों की मौत हो रही है. इसीलिए स्वास्थ्य विभाग और सरकार ने इन रोगियों की सुविधा के लिए सभी सरकारी अस्पतालों में डायलिसिस के लिए विशेष मशीनें उपलब्ध करवाई हैं.

फास्ट फूड से करें परहेज: ऐसे में डायलिसिस के लिए अब मरीजों को निजी अस्पतालों में महंगा उपचार करवाने की जरूरत नहीं है. सरकारी अस्पतालों में ये सुविधा मुफ्त उपलब्ध होगी. बढ़ रही बीमारियों को देखते हुए हमें आज के दौर में पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए. मरीजों को अच्छे खानपान को अपनाना चाहिए. बाजार के बने फास्ट फूड से पूरी तरह परहेज करना चाहिए.

समय-समय पर करवाएं जांच: डिप्टी सीएमओ डॉ. रमेश पांचाल ने कहा कि ब्लड प्रेशर और शुगर के मरीजों को समय-समय पर अपने स्वास्थ्य की जांच करवानी चाहिए. सरकार ने घोषणा करते हुए कहा है कि क्रोनिक किडनी डिजीज के शिकार रोगियों को राज्य के सभी सरकारी अस्पतालों में मुफ्त डायलिसिस की सुविधा दी जाएगी. एनसीडी (नॉन कम्युनिकेबल डिसीज़) कार्यक्रम के तहत नागरिक अस्पताल में कोई भी मरीज अपने बीपी, शुगर की मुफ्त जांच भी करवा सकता है.

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