अजमेर.अजमेर रेल मंडल के मुख्य लोको निरीक्षक राजेंद्र प्रसाद भड़ाना को उत्कृष्ट कर्मचारी मैन ऑफ द मंथ अवार्ड से सम्मानित किया गया है. भड़ाना को यह सम्मान रेल हादसा रोकने में उनके द्वारा दिखाई गई सूझबूझ और सतर्कता के कारण दिया गया है.
अजमेर रेल मंडल के प्रबंधक राजीव धनखड़ ने बताया कि लोको निरीक्षक राजेंद्र प्रसाद भड़ाना ने समय क्षति को भी बचा कर ट्रेनों के समय पालन में योगदान दिया. उन्होंने बताया कि गत 17 फरवरी को गाड़ी संख्या 14702 अरावली एक्सप्रेस में आबू रोड से अजमेर के बीच मुख्य लोको निरीक्षक राजेंद्र प्रसाद भड़ाना निरीक्षण कर रहे थे. इस दौरान अजमेर मंडल के सराधना स्टेशन से गुजरते समय डाउन स्टार्टर सिग्नल के नजदीक अचानक रेलवे ट्रैक पर दो गायें आ गई. गायों को देखते ही लोको पायलट ने तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए, लेकिन ट्रेन के रुकने से पहले ही गाय ट्रेन की चपेट में आ गई. ट्रेन के रुकने पर लोको निरीक्षक भड़ाना ने लोको की जांच की. इसमें पता चला कि लोको का बीपी एयर होज पाइप टूट गया. लोको के व्हील फ्लेट हो गए जो 30 से 40 एमएम तक के थे. यह देखकर मुख्य लोको निरीक्षक भड़ाना ने लोको पायलट को अजमेर स्टेशन तक केवल 30 किलोमीटर प्रति घण्टे की गति से सावधानी पूर्वक ट्रेन चलाने का निर्देश दिया.
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उन्होंने बताया कि अजमेर ट्रेन के आने पर अन्य लोको की व्यवस्था करने के लिए ऑन ड्यूटी ट्रेक्शन कंट्रोलर को कहा गया था. इस प्रकरण में यदि लोको पायलट की ओर से कैटल रन ओवर (कुचलने) के बाद सामान्य गति से ट्रेन का संचालन किया जाता तो लोको में हुए फ्लेट व्हील के कारण पटरी में खराबी हो सकती थी. जिससे बड़ा हादसा भी हो सकता था. डीआरएम धनखड़ ने मंडल कार्यालय में राजेंद्र भड़ाना को पुरस्कार और प्रशस्ति पत्र देकर उत्कृष्ट कर्मचारी मैन ऑफ द मंथ अवार्ड से सम्मानित किया. इस अवसर पर वरिष्ठ मंडल यांत्रिकी इंजीनियर मनमोहन मीणा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे.