छिंदवाड़ा। अमरवाड़ा विधानसभा उप चुनाव के लिए कांग्रेस के प्रत्याशी धीरनशा इनवाती के नामांकन में कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार सहित सज्जन सिंह वर्मा मौजूद रहे, लेकिन कमलनाथ और नकुलनाथ की गैर मौजूदगी पर बीजेपी ने सवाल उठाते हुए बड़ा तंज कसा है. जबकि बीजेपी प्रत्याशी के नामांकन के दौरान मध्यप्रदेश सीएम सहित कई नेता मौजूद थे.
नामांकन रैली से नदारद रहे कमलनाथ-नकुलनाथ
छिंदवाड़ा जिले के अमरवाड़ा विधानसभा में 10 जुलाई को चुनाव होना है, जिसके लिए गुरुवार को कांग्रेस के प्रत्याशी धीरनशा इनवाती की नामांकन रैली में कांग्रेस कमेटी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा मौजूद थे. लेकिन पूर्व सीएम कमलनाथ और पूर्व सांसद नकुलनाथ रैली से गायब थे. इसको लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चा रही कि जिस कमलनाथ का छिन्दवाड़ा की जनता ने 44 साल तक साथ दिया, वो ही अब कांग्रेस से दूरियां क्यों बनाने लगे हैं.
'छिंदवाड़ा छोड़िए, कांग्रेस का भी नहीं हुआ नाथ परिवार'
बीजेपी के जिला अध्यक्ष शेषराव यादव ने सोशल मीडिया में पोस्ट करते हुए कमलनाथ और उनके परिवार पर तंज कसा है. उन्होंने कहा कि ''छिंदवाड़ा को अपना परिवार कहकर दशकों तक जनता का भावनात्मक शोषण करने वाले कमलनाथ अमरवाड़ा उपचुनाव के नामांकन से नदारद रहें. अब इसे अप्रत्याशित हार का डर कहें या फिर अध्यक्ष जीतू पटवारी से तकरार, लेकिन कुछ भी हो जिस कांग्रेस ने कमलनाथ को इतना दिया. आज उस कांग्रेस के बुरे समय में कमलनाथ दूर खड़े हैं. यह दर्शाता है कि कमलनाथ का मुख्य उद्देश्य सिर्फ राजनैतिक रोटियां सेंकना था. खैर जनता ने तो इन्हें मुंहतोड़ जवाब लोकसभा चुनाव में दे ही दिया है और रही बची कसर अमरवाड़ा विधानसभा उपचुनाव में पूरी हो जाएगी.
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बीजेपी की रैली में सीएम और मंत्री थे मौजूद
आपको बता दें कि 18 जून को बीजेपी के प्रत्याशी कमलेश प्रताप शाह की नामांकन रैली थी. इस रैली में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, कैबिनेट मंत्री सम्पत्तिया ऊइके और संगठन के हिनानंद शर्मा मौजूद थे. कमलेश प्रताप शाह ने कांग्रेस पार्टी छोड़कर विधायक पद से इस्तीफा दिया था, इसी के चलते ये उपचुनाव हो रहा है.