चरखी दादरी: एक कहावत है- औरों को नसीहत, खुद मियां फजीहत. ये कहावत इन दिनों चरखी दादरी में चरितार्थ हो रही है. यहां स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैलाने वाले सरकारी विभाग खुद ही खुले में कूड़ा डालकर आग लगा रहे हैं. एक तरफ जहां दादरी में एक्यूआई 300 पार पहुंच गया है, वहीं दूसरी तरफ नगर परिषद के कर्मचारी नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं. इधर नगर परिषद के अधिकारियों ने मामले में मिल रही शिकायतों की पुष्टि करते हुए पुलिस केस दर्ज करने की बात कही है.
पराली के केस नहीं, फिर भी प्रदूषण बढ़ा: बता दें कि दिवाली के बाद से प्रदेश में एक्यूआई का स्तर बढ़ा है. कहीं पराली जलाई जा रही है तो कहीं अन्य कारण से प्रदूषण बढ़ा है. हालांकि दादरी में पराली जलाने का अब तक कोई मामला सामने नहीं आया है. बावजूद इसके दादरी में हवा प्रदूषित होती जा रही है. इसका कारण ये है कि नगर परिषद की अनदेखी के चलते जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं. वहीं नगर परिषद के कर्मचारी खुले में कूड़ा डालकर आग भी लगा रहे हैं. ऐसे में जिस विभाग के पास जनता को जागरूक करने का जिम्मा है, वहीं नियमों का उल्लंघन कर रहा है. कचरे के ढेर में लगाई जा रही आग के चलते हवा में जहर फैल रहा है और वातावरण लगातार प्रदूषित हो रहा है.
विभाग लेगा संबंधित कर्मचारियों पर एक्शन: इस बीच नगर परिषद ने भी माना है कि कूड़ा जलाने की शिकायत मिल रही हैं. नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी राजेश वर्मा ने बताया कि कूड़े को डंपिंग प्वाइंट पर डालने के लिए प्राइवेट एजेंसी को ठेका दिया गया है और वाहनों से लगातार कूड़ा उठाया जा रहा है. खुले में कूड़ा डालकर आग लगाने की शिकायतें मिली हैं, इस मामले में विभाग की ओर से कड़ी कार्रवाई की जाएगी और कूड़ा जलाने वालों पर पुलिस केस दर्ज करवाया जाएगा.
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