चरखी दादरी: बुराई पर अच्छाई की जीत वाला रंगों का त्योहार होली 25 मार्च को मनाया जाएगा. लेकिन बाजारों में उमड़ी भीड़ को देखकर लगता है जैसे होली का त्योहार आज से ही शुरू हो गया हो. बाजारों में रौनक है और रंगों की दुकानें जगह-जगह पर सज गई है. घरों से लेकर स्कूल और दफ्तरों के तक हर जगह खुशियों के रंग उड़ रहे हैं. इस बीच बच्चे सबसे ज्यादा उत्साहित हैं.
बाजारों में चहल-पहल बढ़ गई है. बाजार में आई गुलाल गन से इस बार रंगों की बौछार होगी. लोगों को बेलन-हथौड़ा वाली गुलाल गन खूब पसंद आ रही है. दरअसल, बेलन जैसी दिखने वाली यह चीज और कुछ नहीं बल्कि पिचकारी है. वहीं, बच्चों के लिए सुंदर पिचकारियों की डिमांड भी कुछ कम नहीं है. गिफ्ट पैक भी जमकर बिक रहे हैं. होली खेलने वाले और होली खेलने के बाद नये कपड़ों की भी खरीदारी जोरों पर हैं.
बाजार में हर कोई होली की तैयारियों में दिखा या फिर होली की मस्ती नजर आई. स्कूल से छुट्टी होकर निकले बच्चों ने एक-दूसरे को होली का रंग लगाया. सुबह से ही खरीदारी को लेकर बाजारों में भीड़ भाड़ देखी गई है. यह खरीदारों की भीड़ सुबह से शाम तक रही. शहर के बस स्टैंड से लेकर सभी चौक-चौराहे होली के रंगों से सजे हुए हैं.
युवाओं का कहना है कि होली पर पानी व्यर्थ न करें, केवल गुलाल लगाएं और मादक पदार्थों का सेवन न करें. होली पर बाजार में हर्बल रंग, गुलाल और पेस्ट के साथ ही बुढ़िया के बाल और डरावने मुखौटे बच्चों की पहली पसंद है. बाजार में बच्चे सबसे अधिक मुखौटे की खरीदारी तक रहे हैं. मुखौटे की कीमत 5 रुपये से शुरू होकर 150 रुपये तक है. वहीं, बुढ़िया के बाल की शुरुआत 50 से लेकर 350 रुपये तक है. होली का त्योहार मनाने के लिए पारंपरिक पिचकारी जरूर खरीदी जा रही है. बाजार में इस बार चाइनीज पिचकारियों के साथ देसी पिचकारियां भी नजर आ रही है.
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