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ताजमहल की एंट्री में बड़ा बदलाव; अब बुजुर्ग-बीमार और दिव्यांग लाइन में नहीं लगेंगे, बढ़ाए गए मेटल डिटेक्टर

उज्बेकिस्तान का पर्यटक अपने पापा के साथ ताजमहल देखने आया था. एंट्री में हुई दिक्कत का वीडियो वायरल करते हुए बदलाव की अपील की थी.

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ताजमहल की एंट्री में बड़ा बदलाव. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 2 hours ago

आगरा: ताजमहल में एंट्री के लिए अब सुरक्षा जांच कतार में बीमार, बुजुर्गों और व्हीलचेयर वाले दिव्यांग नहीं लगेंगे. ताजमहल की सुरक्षा में तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने ये बदलाव किया है. जिससे इन पर्यटकों को ताजमहल परिसर में एंट्री में राहत मिली है. इसके लिए अभी ताजमहल के पूर्वी गेट पर प्रवेश के लिए सीआईएसएफ ने डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) की संख्या चार से बढ़ाकर छह कर दी है.

मोहब्बत की निशानी ताजमहल का दीदार करने के लिए हर दिन हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं. जो ताजमहल देखने के लिए पूर्वी और पश्चिमी गेट से प्रवेश करते हैं. दोनों ही एंट्री गेट पर सुरक्षा के लिहाज से सीआईएसएफ के जवान डीएफएमडी के साथ ही हर पर्यटक की जांच की जाती है. जिसकी वजह से हर एंट्री गेट पर पर्यटकों की लंबी कतार लग जाती है. जिससे बीमार, बुजुर्ग, दिव्यांग और बच्चों को परेशानी होती है.

ताजमहल एंट्री में बदलाव का क्यों लिया गया फैसला: बीते दिनों उज्बेकिस्तान के पर्यटक ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें ताजमहल में एंट्री की लंबी कतार लगने की बात कही थी. पर्यटक अपने पिता के साथ ताजमहल देखने आया था. उसे एंट्री में परेशानी हुई थी. वायरल वीडियो में विदेशी पर्यटक ने ताजमहल प्रवेश के दौरान लगाई गई लंबी-लंबी लाइन को लेकर असुविधा जताई थी.

विदेशी पर्यटक ने सरकार से अपील की थी कि एक और अलग से नई लाइन लगवाई जाए, जिससे परेशानी का समाधान हो सके. विदेशी पर्यटक ने भारत सरकार से सिक्योरिटी चेकिंग में विदेशी पर्यटकों के लिए एक अलग लाइन बनाने की अपील की है. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने और एंट्री पर उठाए गए सवालों पर बुधवार को सीआईएसएफ अधिकारियों की बैठक हुई. जिसमें ये निर्णय लिए गए. जिन्हें अब लागू करा दिया गया.

ताजमहल के पूर्वी गेट पर एंट्री की क्या रहेगी व्यवस्था: सीआईएसएफ के कमांडेंट वीके दुबे ने बताया कि ताजमहल में एंट्री के लिए व्हीलचेयर और बच्चों को ट्रॉली में बैठाकर लेकर आने वाले पर्यटकों को अलग कतार से प्रवेश दिया जाएगा. इसके साथ ही बुजुर्ग और बीमार भी किसी भी सुरक्षा जांच कतार में आगे जाकर प्रवेश कर सकेंगे. इसके लिए अलग से व्यवस्था की गई है. अब सुरक्षा जांच की दो कतार अलग से किए जाने से बुजुर्गों के साथ ही देशी, विदेशी पर्यटकों, बीमार, व्हील चेयर और ट्रॉली में बैठे बच्चों को निकाला जाएगा.

ताजमहल के पश्चिमी गेट पर एंट्री की क्या है व्यवस्था: सीआईएसएफ के कमांडेंट वीके दुबे ने बताया कि पश्चिमी गेट पर फिलहाल प्रवेश की 4 कतारें लगती हैं. यहां पर चार डीएफएमडी हैं. जिनमें से एक कतार इसके लिए तैयार की गई है. इसके साथ ही सीआईएसएफ के जवान पूर्वी और पश्चिमी गेट पर तैनात रहेंगे. जो कतार में खड़े बुजुर्गों, दिव्यांगों और बीमारों को अलग कतार में लगकर प्रवेश दिलाएंगे. व्हीलचेयर के साथ एक ही केयरटेकर को प्रवेश दिया जाएगा. जबकि, बच्चों की ट्रॉली के साथ उनकी मां को प्रवेश दिया जाएगा.

ताजमहल के पश्चिमी गेट पर एंट्री की क्या रहेगी व्यवस्था: सीआईएसएफ के कमांडेंट वीके दुबे ने बताया कि ताजमहल के वीवीआईपी पूर्वी गेट पर पर्यटकों की एंट्री के दौरान सुरक्षा जांच के लिए डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर की व्यवस्था की जा रही है. इसके साथ ही पश्चिमी गेट पर फिलहाल 4 की ही डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर हैं. यहां पर भी डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) बढ़ाकर 6 करने का विचार है. अभी मानवीय दृष्टिकोण अपनाकर मरीज, बुजुर्ग, व्हील चेयर और बच्चों की ट्रॉली को कतार में लगने की जरूरत नहीं है. वे किसी भी डीएफएमडी से सीधे जांच कराकर प्रवेश कर सकते हैं.

ये भी पढ़ेंः ताजमहल या तेजोमहालय: ASI ने वादी बनाने की अर्जी पर दाखिल की आपत्ति, जानिए पूरा मामला

आगरा: ताजमहल में एंट्री के लिए अब सुरक्षा जांच कतार में बीमार, बुजुर्गों और व्हीलचेयर वाले दिव्यांग नहीं लगेंगे. ताजमहल की सुरक्षा में तैनात केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) ने ये बदलाव किया है. जिससे इन पर्यटकों को ताजमहल परिसर में एंट्री में राहत मिली है. इसके लिए अभी ताजमहल के पूर्वी गेट पर प्रवेश के लिए सीआईएसएफ ने डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) की संख्या चार से बढ़ाकर छह कर दी है.

मोहब्बत की निशानी ताजमहल का दीदार करने के लिए हर दिन हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं. जो ताजमहल देखने के लिए पूर्वी और पश्चिमी गेट से प्रवेश करते हैं. दोनों ही एंट्री गेट पर सुरक्षा के लिहाज से सीआईएसएफ के जवान डीएफएमडी के साथ ही हर पर्यटक की जांच की जाती है. जिसकी वजह से हर एंट्री गेट पर पर्यटकों की लंबी कतार लग जाती है. जिससे बीमार, बुजुर्ग, दिव्यांग और बच्चों को परेशानी होती है.

ताजमहल एंट्री में बदलाव का क्यों लिया गया फैसला: बीते दिनों उज्बेकिस्तान के पर्यटक ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें ताजमहल में एंट्री की लंबी कतार लगने की बात कही थी. पर्यटक अपने पिता के साथ ताजमहल देखने आया था. उसे एंट्री में परेशानी हुई थी. वायरल वीडियो में विदेशी पर्यटक ने ताजमहल प्रवेश के दौरान लगाई गई लंबी-लंबी लाइन को लेकर असुविधा जताई थी.

विदेशी पर्यटक ने सरकार से अपील की थी कि एक और अलग से नई लाइन लगवाई जाए, जिससे परेशानी का समाधान हो सके. विदेशी पर्यटक ने भारत सरकार से सिक्योरिटी चेकिंग में विदेशी पर्यटकों के लिए एक अलग लाइन बनाने की अपील की है. सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने और एंट्री पर उठाए गए सवालों पर बुधवार को सीआईएसएफ अधिकारियों की बैठक हुई. जिसमें ये निर्णय लिए गए. जिन्हें अब लागू करा दिया गया.

ताजमहल के पूर्वी गेट पर एंट्री की क्या रहेगी व्यवस्था: सीआईएसएफ के कमांडेंट वीके दुबे ने बताया कि ताजमहल में एंट्री के लिए व्हीलचेयर और बच्चों को ट्रॉली में बैठाकर लेकर आने वाले पर्यटकों को अलग कतार से प्रवेश दिया जाएगा. इसके साथ ही बुजुर्ग और बीमार भी किसी भी सुरक्षा जांच कतार में आगे जाकर प्रवेश कर सकेंगे. इसके लिए अलग से व्यवस्था की गई है. अब सुरक्षा जांच की दो कतार अलग से किए जाने से बुजुर्गों के साथ ही देशी, विदेशी पर्यटकों, बीमार, व्हील चेयर और ट्रॉली में बैठे बच्चों को निकाला जाएगा.

ताजमहल के पश्चिमी गेट पर एंट्री की क्या है व्यवस्था: सीआईएसएफ के कमांडेंट वीके दुबे ने बताया कि पश्चिमी गेट पर फिलहाल प्रवेश की 4 कतारें लगती हैं. यहां पर चार डीएफएमडी हैं. जिनमें से एक कतार इसके लिए तैयार की गई है. इसके साथ ही सीआईएसएफ के जवान पूर्वी और पश्चिमी गेट पर तैनात रहेंगे. जो कतार में खड़े बुजुर्गों, दिव्यांगों और बीमारों को अलग कतार में लगकर प्रवेश दिलाएंगे. व्हीलचेयर के साथ एक ही केयरटेकर को प्रवेश दिया जाएगा. जबकि, बच्चों की ट्रॉली के साथ उनकी मां को प्रवेश दिया जाएगा.

ताजमहल के पश्चिमी गेट पर एंट्री की क्या रहेगी व्यवस्था: सीआईएसएफ के कमांडेंट वीके दुबे ने बताया कि ताजमहल के वीवीआईपी पूर्वी गेट पर पर्यटकों की एंट्री के दौरान सुरक्षा जांच के लिए डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर की व्यवस्था की जा रही है. इसके साथ ही पश्चिमी गेट पर फिलहाल 4 की ही डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर हैं. यहां पर भी डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) बढ़ाकर 6 करने का विचार है. अभी मानवीय दृष्टिकोण अपनाकर मरीज, बुजुर्ग, व्हील चेयर और बच्चों की ट्रॉली को कतार में लगने की जरूरत नहीं है. वे किसी भी डीएफएमडी से सीधे जांच कराकर प्रवेश कर सकते हैं.

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