नई दिल्ली: चांदनी चौक लोकसभा क्षेत्र दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से एक है. यह लोकसभा सीट दिल्ली व देशभर में ही नहीं विदेशों में भी मशहूर है. चांदनी चौक लोकसभा सीट पर हुए पिछले दो चुनाव में बीजेपी को जीत मिली थी. डॉक्टर हर्षवर्धन यहां से सांसद हैं. इस बार उनका टिकट कट गया है और बीजेपी ने इस बार वैश्य नेता प्रवीण खंडेलवाल को उम्मीदवार बनाया है. उनका मुकाबला इंडिया गठबंधन के कांग्रेस प्रत्याशी जेपी अग्रवाल से होगा. जो पहले भी सांसद रह चुके हैं.
जेपी अग्रवाल 1996 में इस लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित हुए थे. वह भी वैश्य समुदाय से ताल्लुक रखते हैं. इस सीट पर कभी कांग्रेस के दिग्गज नेता कपिल सिब्बल का कब्जा था. चांदनी चौक लोकसभा सीट से ही स्मृति ईरानी भी चुनाव लड़ी थी. लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. इस बार कांग्रेस का इस सीट पर आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन होने के चलते आप का कोई उम्मीदवार इस सीट से नहीं है.
चांदनी चौक लोकसभा सीट पर मतदाताओं की स्थिति: इन 10 विधानसभा क्षेत्र में सभी सामान्य सीट है. इस लोकसभा सीट के 75 फीसदी साक्षरता दर है. इस लोकसभा सीट में 20.34 फीसदी मुसलमान हैं. वहीं 21.14 फीसदी अनुसूचित जाति के लोग रहते हैं. चांदनी चौक लोकसभा सीट 1956 में अस्तित्व में आई थी. यहां पर सबसे पहला चुनाव 1957 में हुआ था. तब कांग्रेस के राधा रमण ने जीत दर्ज की थी.
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इस चुनाव में किसके बीच है मुकाबला: चांदनी चौक लोकसभा सीट से बीजेपी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और मौजूदा सांसद डॉ. हर्षवर्धन का टिकट काटकर व्यापारी प्रवीण खंडेलवाल पर भरोसा जताया है. प्रवीण व्यापारियों के सबसे बड़े संगठन कनफेडरेशन ऑफ इंडिया ट्रेडर्स के महासचिव हैं. चांदनी चौक व्यापारियों का अड्डा माना जाता है, ऐसे इस क्षेत्र में प्रवीण खंडेलवाल की मजबूत पकड़ बीजेपी को फायदा पंहुचा सकती. वहीं, कांग्रेस ने जेपी अग्रवाल को मैदान में उतारा है. जेपी लोकसभा में उत्तर पूर्वी दिल्ली और चांदनी चौक का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं और वह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं. ऐसे में इन नेताओं के बीच होने वाला मुकाबला काफी दिलचस्प होने जा रहा है.
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