चंडीगढ़: सेक्टर 43 में महिलाओं ने धूमधाम से तीज फेस्टिवल मनाया. इस अवसर पर महिलाओं सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया. सजी धजी महिलाओं ने तीज के महत्व पर विस्तार से चर्चा की. इस कार्यक्रम में चंडीगढ़ में रहने वाली अलग -अलग राज्यों की महिलाओं उपस्थित थी जिन्होंने अपने राज्य में तीज कैसी मनायी जाती है, इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी. सेक्टर 35 की पार्षद प्रेम लता ने कहा कि "हर धर्म और क्षेत्र में तीज मनाने का तरीका भले ही अलग हो, लेकिन इसका उद्देश्य समान है - महिलाओं का एकजुट होकर अपने दुख-सुख साझा करना और अपने परिवार के लिए मंगलकामना करना. तीज का यह त्योहार न केवल हमारी परंपराओं को संजोए रखता है, बल्कि महिलाओं को एकजुटता और सामूहिकता का संदेश भी देता है".
तीज त्योहार का महत्व: लगभग पूरे भारत में तीज का पर्व मनाया जाता है. चाहे विभिन्न राज्यों में इसे अलग-अलग नाम से भले जाना जाता हो लेकिन इसका मूल उद्देश्य समान है. महिलाओं के अनुसार यह त्योहार खासतौर पर उन नई नवेली दुल्हनों के लिए है, जिन्हें अक्सर घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं होती थी. सालों पहले, महिलाएं पीपल और बरगद के पेड़ के नीचे इकट्ठा होकर गाना-बजाना करतीं और अपने दुख-सुख साझा करती थीं.
पंजाब में तीज का त्योहार: पंजाब में तीज को 'तीयों का त्योहार' कहा जाता है. यहां नई ब्याही बेटियां अपने मायके आकर अपने दुख-सुख साझा करती थीं.अब समय बदल गया है और महिलाएं एक छत के नीचे इकट्ठा होकर तीज मनाती हैं और फिर अपने-अपने घर लौट जाती हैं. परमजीत कौर कहती हैं कि "तीज का महत्व अब भी वही है, बस मनाने का तरीका बदल गया है."
हरियाणा में तीज का महत्व: हरियाणा में तीज सावन का त्योहार माना जाता है. तीज के बारे में रूबी ने बताया कि "इस दिन सुहागन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं. महिलाएं दिन के समय झूले झूलती हैं और परिवार के लिए पकवान बनाती हैं।"
बिहार में तीज के दौरान पूजा: बिहार में तीज के दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं और शिव की पूजा करती हैं. कुंवारी लड़कियां भी शिव की आराधना करती हैं और अच्छे पति की कामना करती हैं. संध्या मिश्रा के अनुसार "इस दिन घरों में पकवान बनाए जाते हैं और भगवान शिव और पार्वती की पूजा की जाती है. तीज का व्रत हमारी संस्कृति और परंपरा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।"