जांजगीर चांपा : गुरुवार की सुबह जांजगीर चांपा जिले के भुईगांव में तब शोक की लहर दौड़ गई, जब गांव के लाडले सपूत सीएएफ के जवान मनोज दिनकर का शव गांव पहुंचा. मनोज के शव को लेकर बटालियन के अधिकारी और उसका बड़ा भाई गांव पहुंचे. जिसके बाद रीति रिवाजों के साथ जवान का अंतिम संस्कार किया. गांववालों ने अपने नम आंखों से अपने गांव के लाडले को अंतिम विदाई दी.
27 जून को गोली लगने से घायल हुआ था जवान : मनोज दिनकर का शव लेकर भुईगांव पहुंचे अवकाश शाखा के अधिकारी परमानन्द जांगड़े ने बताया, "CAF में पदस्थ मनोज दिनकर 27 जून को बीजापुर में नक्सल मोर्चे पर तैनात था. रामपुरम 15वीं डी कंपनी के साथियों सहित वह कैम्प में मौजूद था. 27 जून की रात गोली चलने की आवाज सुन कर ड्यूटी पर तैनात सभी जवान घटना वाली जगह पर पहुंचे तो मनोज द्वारा बाताया गया कि वह गोली चलाने से घायल हो गया है."
"घायल मनोज दिनकर की स्थिति ज्यादा गंभीर नहीं थी. गोली लगने के बाद भी वह साथियों से बातचीत कर रहा था. घायल जवान मनोज दिनकर ने बातचीत के दौरान किसी के द्वारा गोली मारने की जानकारी नहीं दी थी." - परमानन्द जांगड़े, प्रभारी, अवकाश शाखा
इलाज के दौरान जवान ने तोड़ा दम : इस घटना के बाद घायल जवान मनोज को फौरन बीजापुर जिला अस्पताल लाया गया. जिसके बाद उसे बेहतर उपचार के लिए रायपुर में भर्ती कराया गया था. रायपुर अस्पताल में दो सप्ताह से उसका चल रहा था. उसकी हालत में भी काफी सुधार भी हुई थी, लेकिन बुधवार को अचानक मनोज का निधन हो गया. डॉक्टरों के मृत घोषित किए जाने की सूचना भुईगांव में रह रहे मनोहर के परिवार को दी गई.
भुईगांव में जवान का किया गया अंतिम संस्कार : आज मनोज के शव को लेकर बटालियन के अधिकारी और उसके परिजन गृह ग्राम पहुंचे. जहां पूरे रीति रिवाजों के साथ जवान का अंतिम संस्कार किया गया. जवान को उसके बड़े भाई शशि दिनकर ने मुखाग्नी दी.
फौजी भाई ने जताई हत्या की आशंका : मृतक जवान मनोज दिनकर के भाई शशि दिनकर फौज में है. शशि दिनकर ने इस घटना को लेकर संदेह जताया है. उन्होंने इस घटना को स्वाभाविक नहीं होना बताया. उन्होंने संदेह जताया है कि ये आत्म हत्या के लिए गोली चलना नहीं प्रतीत हो रहा है. मृतक के भाई ने तो हत्या की आशंका भी जताई है. परिजनों ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत के वास्तविक वजह का खुलासा होने की संभावना भी जताई है.
परिजनों को दी गई सहायता राशि : अंतिम संस्कार के बाद CAF अधिकारियों ने मृतक के परिजनों को 50 हजार रूपये का आर्थिक सहयोग प्रदान किया. साथ ही मनोज के सभी दस्तावेज को पूरा कर नियमानुसार लाभ दिलाने का आश्वासन दिया.