चंडीगढ़: केंद्रीय नागरिकता संशोधन कानून (CAA) की नोटिफिकेशन जारी होने से हरियाणा में रह रहे 600 विदेशी नागरिकों को भी अब भारतीय नागरिकता मिल जाएगी. इनमें सबसे अधिक पाकिस्तान से आए हिंदू शरणार्थी हैं, जिनकी संख्या कुल 459 है. जबकि 375 विदेशी नागरिक कई साल पहले ही भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन भी कर चुके हैं और अन्य वीजा के आधार पर भारत में रह रहे हैं.
फरीदाबाद में ठहरे अधिकांश पीड़ित: प्रदेश सरकार के अनुसार सबसे अधिक पीड़ित शरणार्थी जिला फरीदाबाद में ठहरे हैं. इनमें 214 पाकिस्तानी और 40 से अधिक अफगानिस्तान, बांग्लादेश समेत अन्य देशों से हैं. हरियाणा में ठहरे विदेशी शरणार्थियों में सबसे अधिक संख्या पाकिस्तान से आए पीड़ितों की है. यह सभी शरणार्थी भारत में वीजा के आधार पर ठहरे हुए हैं. प्रदेश सरकार के अनुसार यह सभी शरणार्थी परिवार वे हैं, जो भारत-पाक विभाजन के बाद यहां आ गए थे.
प्राथमिकता के आधार पर वीजा अवधि में बढ़ोतरी: हरियाणा गृह विभाग पाकिस्तानी हिंदू शरणार्थियों पर दशकों से नजर रखे हुए है. साथ ही शरणार्थियों का वीजा प्राथमिकता के आधार पर बढ़ाया जाता है. हरियाणा गृह विभाग द्वारा विदेशी शरणार्थियों के संबंध में केंद्रीय गृह और विदेश मंत्रालय को समय-समय पर रिपोर्ट दी जाती है.
अनिल विज बोले: हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने नागरिकता संशोधन कानून की अधिसूचना जारी करने पर केंद्र सरकार के फैसले का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि वर्षों से भारतीय नागरिकता का इंतजार करने वाले हजारों परिवारों को अब न्याय मिलेगा. विज ने कहा कि पाकिस्तान समेत अन्य देशों से आए गैर मुस्लिम परिवारों को भारतीय नागरिकता दी जाएगी. लेकिन यदि कोई प्रदेश में अवैध तरीके से रहता मिला तो उसे वापस भेजा जाएगा.
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