बुरहानपुर। बुरहानपुर जिले के नेपानगर क्षेत्र के सागफाटा के पास रेलवे ट्रैक पर 10 डेटोनेटर लगाने की बड़ी साजिश में आरपीएफ की पड़ताल जारी है. आरपीएफ ने रेलवे कर्मचारी साबिर अली को गिरफ्तार किया है, आरपीएफ ने साबिर अली को सिविल कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने उसे 25 सितंबर तक पुलिस रिमांड पर भेजा दिया है. वहीं, एक अन्य कर्मचारी से भी पूछताछ जारी है. मामले की गहनता से जांच-पड़ताल हो रही है. आरपीएफ ये जानने की कोशिश कर रही है कि किस साजिश के तहत रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर रखे गए.
आरपीएफ की जांच तेज, स्थानीय पुलिस से रिकॉर्ड मांगा
गौरतलब है कि रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर रखने के आरोपी साबिर अली रेलवे में मेट के पद पर तैनात है. 18 सितंबर को सागफाटा के पास रेलवे ट्रैक पर डेटोनेटर क्यों लगाए, इसके पीछे क्या मकसद था, फिलहाल इस बात का खुलासा नहीं हुआ. सूत्र बताते हैं कि साबिर पर डेटोनेटर चुराने के आरोप में FIR भी दर्ज की गई है. आरपीएफ ने साबिर अली के बयान लिए है, उससे पूछताछ की जा रही है. आरपीएफ इस मामलें में कई एंगल से जांच में जुटी है. स्थानीय पुलिस से भी आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड मांगा गया है.
आर्मी ट्रेन को उड़ाने की साजिश तो नहीं
बता दें कि 18 सितंबर को रेलवे में उस समय हड़कंप मच गया जब बुरहानपुर जिले के नेपानगर में रेलवे ट्रैक पर ये 10 डेटोनेटर रखे पाए गए. इस दौरान ट्रैक से जब सेना की एक ट्रेन गुजरी तो तेज विस्फोटक हुआ. इसके बाद लोको पायलट ने ट्रेन रोक दी. सूचना मिलते ही रेलवे के बड़े अधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच में जुट गए. माना जाता है कि डेटोनेटर रखकर ट्रेन को उड़ाने की साजिश के तहत ये कृत्य किया गया.
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डेटोनेटर का इस्तेमाल रेलवे आपात स्थितियों में करता है
इस बारे में एक दिन पहले भुसावल रेल मंडल ने बयान जारी कर बताया था कि इन डेटोनेटर का उपयोग रेलवे के रेगुलर काम में किया जाता है. समान्य तौर पर धुंध-कोहरा या आपातकालीन परिस्थितियों में इसका उपयोग होता है, लेकिन सागफाटा रेलवे स्टेशन के पास इन डेटोनेटर को लगाने का कोई औचित्य नहीं था.