बुरहानपुर। जिले के नेपानगर थाना क्षेत्र के मझगांव में एक किसान द्वारा आत्महत्या करने का मामला सामने आया है. परिजनों ने गंभीर अवस्था में किसान को नेपानगर के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया जहां इलाज के दौरान किसान ने दम तोड़ दिया. परिजनों ने बताया किसान ने बैंक से लोन लिया था. बकाया राशि वसूली को लेकर बैंक ने बार-बार नोटिस भेजे. जिससे परेशान होकर किसान ने सुसाइड कर लिया. सूचना पर पहुंची नेपानगर पुलिस मर्ग कायम कर पूरे मामले में जांच में जुट गई है.
कर्ज बढ़ने से तनाव में था किसान
बता दें कि बैंक के कर्ज से परेशान किसान छगन ने आत्महत्या कर ली. इसके बाद मृतक किसान के पुत्र मुकेश ने बैंक कर्मचारियों पर कर्ज की राशि वसूली का दबाव बनाने के आरोप लगाए है. मृतक छगन के चार बेटे हैं. सभी मजदूरी करते हैं. परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर है. बैंक का कर्ज बढ़ने से वह तनाव में था, इसलिए उसने आत्मघाती कदम उठाया लिया है.
बैंक बार-बार भेज रहा था नोटिस
मृतक किसान के बेटे मुकेश ने बताया कि "पिता का नावरा के पास मझगांव में 4 एकड़ खेत है. छगन ने बैंक ऑफ इंडिया की नावरा शाखा से करीब 4 लाख का कर्ज लिया था. जिसकी वसूली के लिए बैंक से बार बार नोटिस भेजे जाते थे. जिससे वह परेशान रहते थे. इसके अलावा दो दिन पहले खेत के कुएं में लगी पानी की मोटर भी जल गई थी."
इलाज के दौरान तोड़ा दम
मोटर को ठीक करने के पैसे भी नहीं थे. जिससे मृतक काफी परेशान चल रहा था. बुधवार को छगन खेत में गया. जहां उसने पहले शराब का सेवन किया फिर उसने ये आत्मघाती कदम उठाया. जिससे उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. परिजनों ने छगन को निजी वाहन से नेपानगर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाए. जहां उसका करीब 45 मिनट इलाज चला, लेकिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.
सुसाइड समस्या का हल नहीं
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