बूंदी: जिले के नैनवा उपखंड के देई थाना क्षेत्र के तलवास गांव में संचालित श्रीमद गुरु कर्ष्णि गुरुकुल में 2 अक्टूबर, बुधवार की रात अचानक आग लग जाने से बुरी तरह झुलसे तीन छात्रों में से दो छात्रों की इलाज के दौरान मौत हो गई. इन छात्रों में रितेश शर्मा पुत्र लोकेश शर्मा, निवासी नाहर का चौहटा, बूंदी व शिव शंकर जोशी, निवासी मोइकलां, कोटा शामिल हैं. शिव शंकर का जयपुर में और रितेश का कोटा में उपचार चल रहा था. दो छात्रों की मौत की खबर ने हर किसी को दुखी कर दिया है. दोनों छात्रों की मौत की सूचना से दोनों के घरों में कोहराम मच गया. देई पुलिस ने दोनों के शवों का पोस्टमार्टम करा कर शव परिजनों को सौंप दिया.
यह है पूरा मामला : 2 अक्टूबर की रात को गुरुकुल के नित्य कार्यक्रम के बाद छात्रों ने सोने से पहले मच्छर भगाने के लिए नीम के पत्ते जलाए थे. सम्भवतया इसी से कोई चिंगारी सोने वाले स्थान तक पहुंच गई और फोम के गद्दों को चपेट में ले लिया. बिजली के शार्ट सर्किट से भी आग लगने की आशंका व्यक्त की जा रही है. रात करीब सवा बारह बजे यह घटना हुई थी. डीएसपी शंकर लाल मीणा ने दोनों ही एंगलों से जांच करने की बात कही थी. इस पूरे घटनाक्रम पर एसडीएम विनोद कुमार मीणा ने जांच शुरू करवा दी थी.
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दो छात्रों को पहले बूंदी जिला अस्पताल ले जाया गया, लेकिन हालत गंभीर होने के चलते तीनों को कोटा रेफर कर दिया गया था. बाद में ज्यादा हालत खराब होने से शिव शंकर को जयपुर ले जाया गया था. इस गुरुकुल में 14 छात्र अध्ययन करते थे. लम्बे समय से संचालित इस गुरुकुल में शास्त्रों और वेदों का अध्ययन कराया जाता है. पुलिस उप अधीक्षक शंकर लाल मीणा ने बताया कि जिले के तलवास स्थित श्रीमद गुरु कर्ष्णि गुरुकुल में हादसा उस समय हुआ था, जब सभी 14 छात्र सो रहे थे. अचानक आग लग जाने से अफरातफरी मच गई.
झुलसे छात्रों में से बूंदी शहर के नाहर का चौहट्टा का निवासी 13 वर्षीय रितेश 90 फीसदी झुलस गया था, जबकि 14 वर्षीय शिव शंकर शर्मा, निवासी मोइकलां, कोटा 60 फीसदी झुलसा था. इन दोनों की मौत हो गई है. बम्बोरी गांव निवासी 12 वर्षीय अभिजीत शर्मा 20 फीसदी झुलसा था. इसका इलाज जारी है.