मेरठः जिले के एक मंदिर में प्रसाद चढ़ाने गए दलित युवक के चेहरे पर यूरिन (पेशाब) करने का मामला सामने आया है. पीड़ित का आरोप है कि ठाकुर समाज के दबंगों ने उसके मंदिर जाने पर विरोध किया. विरोध करने पर मारपीट करके उसका हाथ तोड़ दिया. थाने में सुनवाई नहीं होने पर एसएसपी ऑफिस में शिकायत लेकर आना पड़ा. एसएसपी ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है. थाना को जांच के आदेश दिए हैं.
जानी थाना क्षेत्र के रहने वाले दलित युवक ने बुधवार को एसएसपी को दी शिकायत में बताया कि वह राजमिस्त्री का काम करता है. एक दिसंबर को गंगा स्नान के लिए गढ़मुक्तेश्वर स्नान करने गया था. वहां से लौटते समय वो गढ़गंगा से जल लाया. गंगाजल को कुराली गांव के शिव मंदिर में चढ़ाने के लिये गया था. तभी रास्ते में दीपू उर्फ शिवा, निशांत, आकाश और कुछ अज्ञात युवक भी पहुंचे.
आरोप है कि इन लोगों ने उसे रास्ते में रोक लिया और उसके साथ गाली गलौज करते हुए जातिसूचक शब्द कहे. इसके साथ ही रुपये, मोबाइल लूट लिया. पीड़ित ने आरोप लगाया कि डंडे से पीटते हुए उसे नाले में फेंक दिया. जिससे उसके हाथ की हड्डी टूट गई और गंभीर चोट आई. पीड़ित ने बताया कि आरोपियों ने उसके चेहरे पर यूरिन भी किया. किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई. पीड़ित का कहना है कि उसने जानी थाने में आरोपियों के खिलाफ शिकायत पत्र देकर कार्रवाई की मांग की थी. लेकिन अब तक पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया. आरोपियों को उसके थाने में जाकर शिकायत करने की बात भी पता चल गई तो धमकी भी दी है.
एसएसपी के आदेश के बाद थाना जानी में पीड़ित की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कार्रवाई शुरू कर दी है. एसएसपी डॉ. विपिन ताडा का कहना है कि मामले की जांच कर आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जायेगी. एसपी देहात को भी जांच कराने के आदेश दिये गए हैं.
इसे भी पढ़ें-मेरठ पेशाब कांड के पीड़ित की हत्या में 7 लोगों के खिलाफ मुकदमा, पोस्टमार्टम में मौत का कारण स्पष्ट नहीं