नई दिल्ली: दिल्ली के ओखला औद्योगिक क्षेत्र इलाके में बीते चार दिनों तक चले बुलडोजर की कार्रवाई में करीब 100 पक्के घरों को तोड़ा गया. इस कार्रवाई के बाद यहां रहने वाले हजारों लोग प्रभावित हुए हैं. ये लोग अब खुले आसमान के नीचे रहने को मजबूर है. ओखला औद्योगिक क्षेत्र इलाके में शुक्रवार को भारी पुलिस फोर्स की तैनाती में एमसीडी ने बुलडोजर की कार्रवाई शुरू की और सोमवार तक चली.
ओखला औद्योगिक क्षेत्र के फेस टू इलाके के जेजे कैंप पर चार दिनों की कार्रवाई में 100 के करीब अवैध निर्माण को तोड़ा गया है. घर टूटने के बाद लोग बेघर हो गए हैं. लोगों का कहना है कि हमें पर्याप्त मौका नहीं दिया गया. सामान निकालने का भी वक्त नहीं दिया. पहले नोटिस मिला और फिर तोड़ने की कार्रवाई शुरू कर दी. हम लोग यहां पर लंबे समय से रहते आ रहे हैं. यहां का आधार कार्ड, वोटर कार्ड, राशन कार्ड और बिजली का भी कनेक्शन है. बावजूद इसके हम लोगों को बिना कोई जगह दिए, हमारे घरों को तोड़ दिया गया. बारिश के इस मौसम में हम लोग कहां जाएं. बारिश के कारण सामान भी खराब हो रहा है. खाने-पीने के लाले पड़ गया है. हमारी मदद को कोई नहीं आ रहा है. चुनाव के दौरान वादा किया गया था कि झुग्गीयों के बदले मकान दिया जाएगा, लेकिन हमारे आशियाने को छीन लिया. उसके बदले में हमें कुछ नहीं मिला.
बता दें, ओखला औद्योगिक क्षेत्र के फेस टू इलाके में कंपनियों के बीच सर्विस रोड पर अतिक्रमण कर सालों पहले अवैध निर्माण किया गया था. अवैध कब्जा को लेकर कंपनी वाले कोर्ट गए. लंबी सुनवाई के बाद दिल्ली हाईकोर्ट ने औद्योगिक क्षेत्र इलाके के सर्विस रोड पर बने अवैध निर्माण को हटाने का आदेश एमसीडी को दिया. जिसके बाद यह पूरी कार्रवाई एमसीडी की तरफ से की गई.
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