भोपाल: मध्य प्रदेश की हाईप्रोफाईल सीट बुधनी के उपचुनाव में अभी नारों का शोर भले ना शुरू हुआ हो लेकिन कहानियों का दौर शुरू हो गया है. वोटर को सुनाई जा रही है शिकारी की कहानी. कैसे शिकारी आता है वोटर को रिझाता है और वोटर उसके जाल में फंस जाता है. यूं इस हाईप्रोफाईल सीट पर हमेशा मुकबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही रहता आया है लेकिन इस बार समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार अर्जुन आर्य भी मैदान में हैं. इन दोनों दलों के उम्मीदवारों को लेकर वे वोटर्स को शिकारी आएगा जाल बिछाएगा वाली कहानी सुना रहे हैं.
शिकारी बताकर किस पर है अर्जुन का निशाना
बुधनी में समाजावादी पार्टी के उम्मीदवार अर्जुन आर्य ने एक वीडियो जारी किया है. वीडियो के जरिए उन्होंने बुधनी विधानसभा के मतदाताओं को संबोधित करते हुए शिकारी की कहानी सुनाई और कहा कि शिकारी आता है दाना डालता है, पक्षी सोचते हैं इन दानों से भूख मिटेगी. पक्षी सोचते हैं कि आज तो हमारा सौभाग्य जाग गया और ये पक्षी दानों को चुगने के लिए नीचे उतरते हैं. कुछ देर को उनकी भूख मिटती तो है. लेकिन होता ये है कि वो पक्षी जाल में फंस जाते हैं. आप जानते है कि फिर पंक्षियों का क्या हश्र होता है . अर्जुन आर्य ने वीडियो जारी कर कहा कि बुधनी विधानसभा को एक सच्चे और अच्छे नेतृत्व की आवश्यक्ता है. इसलिए मैं आपके बीच आया हूं.
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कांग्रेस से बगावत करके मैदान में अर्जुन
समाजवादी पार्टी से मैदान में उतरे उम्मीदवार अर्जुन आर्य ने उम्मीदवारी घोषित होते ही तैयारी शुरु कर दी है. कांग्रेस से बगावत करके समाजवादी पार्टी में आए अर्जुन आर्य ने बिकाऊ नहीं बुधनी को टिकाऊ उम्मीदवार चाहिए. इस नारे के साथ चुनाव मैदान में है. बुधनी से पूर्व मंत्री राजकुमार पटेल का कांग्रेस उम्मीदवार के तौर पर टिकट फाइनल होने के बाद अर्जुन आर्य ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को चिट्ठी लिखी और कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया. उसके बाद ही वे समाजवादी पार्टी से उम्मीदवार के तौर पर बुधनी विधानसभा सीट से मैदान में उतरे हैं.