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संगाई हिरण का साइंटफिक तरीके से बढ़ाया जाएगा प्रजनन, जानिए दिल्ली जू में क्यों बनेगा ब्रीडिंग सेंटर

Sangai deer in delhi zoo :दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में मणिपुर में पाए जाने वाले संगाई हिरण का प्रजनन बढ़ाया जाएगा. दिल्ली जू प्रशासन कोशिशों में जुट गया है. जानिए कैसे रखे जाता है इनका ख्याल.

दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में बनेगा ब्रीडिंग सेंटर
दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में बनेगा ब्रीडिंग सेंटर
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : Feb 11, 2024, 2:28 PM IST

Updated : Feb 11, 2024, 3:19 PM IST

नई दिल्ली : संगाई हिरण के लिए दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में ब्रीडिंग सेंटर बनाया जाएगा. यहां पर साइंटफिक तरीके से संगाई हिरण का प्रजनन बढ़ाया जाएगा. दिल्ली जू में देश में सबसे ज्यादा संगाई हैं. वैसे तो प्राकृतिक रूप से मणिपुर में संगाई हिरण पाए जाते हैं. लेकिन मणिपुर से ज्यादा संगाई का प्रजनन दिल्ली में है.

देश में 250 से भी कम संगाई : मणिपुर के झील में तैरता विश्व का इकलौता नेशनल पार्क है. इसे फ्लोटिंग नेशनल पार्क और अन्य कई नामों से जाना जाता है. इसी पार्क में संगाई हिरण पाए जाते हैं. पूरे विश्व में संगाई हिरण और कहीं नहीं पाए जाते हैं. संगाई हिरण के सिर पर दोनों तरफ से एक-एक ब्रांच सींघ निकलती है. जो अन्य हिरण से इन्हें अलग करती है. किसी भी फीमेल संगाई हिरण के सींघ नहीं होती है. मणिपुर, गुवहाटी, अलीपुर जू समेत अन्य जू में संगाई हिरण की संख्या 250 से भी कम है. इनमें अकेले दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में 65 संगाई हिरण हैं.

1977 में मणिपुर से दिल्ली लाए गए थे संगाईः दिल्ली जू (नेशनल जूलॉजिकल पार्क) एशिया के अच्छे चिड़ियाघरों में से एक है. 176 एकड़ में फैले इस चिड़ियाघर का डिजाइन श्रीलंका के मेजल वीनमैन और पश्चिम जर्मन के कार्ल हेगलबेक ने 1954 में बनाया था. यहां पर नियमित हजारों की संख्या में लोग जानवरों को देखने के लिए आते हैं. बच्चों से लेकर बड़ों तक में हिरण को देखने की उत्सुकता होती है. बता दें कि 1977 में मणिपुर से मेल फीमेल सहित कुल 5 संगाई हिरण लाए गए थे.

अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली जू में हिरण के दो बाड़े हैं. यहां बड़ा स्पेस होने से वे अच्छी तरह वह दौड़ और घूम पाते हैं. इसके साथ ही दिल्ली जू में देश के अन्य जू से ज्यादा जानवरों और पक्षियों के खानपान पर ध्यान दिया जाता है. जलवायु भी ठीक है. यही कारण है कि दिल्ली जू में जानवरों का प्रजनन अच्छा है.

ब्रीडिंग सेंटर से और बेहतर होगा प्रजननः दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क की डायरेक्टर आकांक्षा महाजन का कहना है कि जू में संगाई के प्रजनन को और बढ़ाने के लिए ब्रीडिंग सेंटर बनाने की योजना है. इसके अप्रूवल के लिए जल्द ही सेंट्रल जू अथारिटी को पत्र लिखा जाएगा.क्योंकि देश में यह अकेला जू है जहां पर इतना अच्छा प्रजनन है.ब्रीडिंग सेंटर पर साइंटफिक तरीके से प्रजनन कराया जाएगा. इससे अच्छे परिणाम मिलेंगे. संघाई की संख्या बढ़ने पर उन्हें देश के अन्य जू में भी दिया जा सकेगा.

दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में बनेगा ब्रीडिंग सेंटर
दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में बनेगा ब्रीडिंग सेंटर

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ये भी पढ़ें : गाजियाबाद: अचानक गांव में घुस आया Hog Deer, वन विभाग की टीम ने किया रेस्क्यू

नई दिल्ली : संगाई हिरण के लिए दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में ब्रीडिंग सेंटर बनाया जाएगा. यहां पर साइंटफिक तरीके से संगाई हिरण का प्रजनन बढ़ाया जाएगा. दिल्ली जू में देश में सबसे ज्यादा संगाई हैं. वैसे तो प्राकृतिक रूप से मणिपुर में संगाई हिरण पाए जाते हैं. लेकिन मणिपुर से ज्यादा संगाई का प्रजनन दिल्ली में है.

देश में 250 से भी कम संगाई : मणिपुर के झील में तैरता विश्व का इकलौता नेशनल पार्क है. इसे फ्लोटिंग नेशनल पार्क और अन्य कई नामों से जाना जाता है. इसी पार्क में संगाई हिरण पाए जाते हैं. पूरे विश्व में संगाई हिरण और कहीं नहीं पाए जाते हैं. संगाई हिरण के सिर पर दोनों तरफ से एक-एक ब्रांच सींघ निकलती है. जो अन्य हिरण से इन्हें अलग करती है. किसी भी फीमेल संगाई हिरण के सींघ नहीं होती है. मणिपुर, गुवहाटी, अलीपुर जू समेत अन्य जू में संगाई हिरण की संख्या 250 से भी कम है. इनमें अकेले दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में 65 संगाई हिरण हैं.

1977 में मणिपुर से दिल्ली लाए गए थे संगाईः दिल्ली जू (नेशनल जूलॉजिकल पार्क) एशिया के अच्छे चिड़ियाघरों में से एक है. 176 एकड़ में फैले इस चिड़ियाघर का डिजाइन श्रीलंका के मेजल वीनमैन और पश्चिम जर्मन के कार्ल हेगलबेक ने 1954 में बनाया था. यहां पर नियमित हजारों की संख्या में लोग जानवरों को देखने के लिए आते हैं. बच्चों से लेकर बड़ों तक में हिरण को देखने की उत्सुकता होती है. बता दें कि 1977 में मणिपुर से मेल फीमेल सहित कुल 5 संगाई हिरण लाए गए थे.

अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली जू में हिरण के दो बाड़े हैं. यहां बड़ा स्पेस होने से वे अच्छी तरह वह दौड़ और घूम पाते हैं. इसके साथ ही दिल्ली जू में देश के अन्य जू से ज्यादा जानवरों और पक्षियों के खानपान पर ध्यान दिया जाता है. जलवायु भी ठीक है. यही कारण है कि दिल्ली जू में जानवरों का प्रजनन अच्छा है.

ब्रीडिंग सेंटर से और बेहतर होगा प्रजननः दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क की डायरेक्टर आकांक्षा महाजन का कहना है कि जू में संगाई के प्रजनन को और बढ़ाने के लिए ब्रीडिंग सेंटर बनाने की योजना है. इसके अप्रूवल के लिए जल्द ही सेंट्रल जू अथारिटी को पत्र लिखा जाएगा.क्योंकि देश में यह अकेला जू है जहां पर इतना अच्छा प्रजनन है.ब्रीडिंग सेंटर पर साइंटफिक तरीके से प्रजनन कराया जाएगा. इससे अच्छे परिणाम मिलेंगे. संघाई की संख्या बढ़ने पर उन्हें देश के अन्य जू में भी दिया जा सकेगा.

दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में बनेगा ब्रीडिंग सेंटर
दिल्ली के नेशनल जूलॉजिकल पार्क में बनेगा ब्रीडिंग सेंटर

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Last Updated : Feb 11, 2024, 3:19 PM IST
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