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'किनारे लगाए जा रहे हरक सिंह', ओडिशा भेजने पर बीजेपी ने ली चुटकी, कांग्रेस ने भी किया पलटवार

BJP Comments on Harak Rawat कांग्रेस हाईकमान ने हरक सिंह रावत को ओडिशा में चुनाव आब्जर्वर की जिम्मेदारी दी है. जिस पर बीजेपी ने चुटकी लेते हुए कहा कि हरक सिंह रावत को कांग्रेस उनके हालातों को देखते हुए किनारे लगा रही है. वहीं, कांग्रेस ने इस पर पलटवार बीजेपी को करारा जवाब दिया है.

BJP Took Jibe on Congress Leader Harak Singh Rawat
हरक रावत को ओडिशा भेजने पर बीजेपी ने ली चुटकी
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : Mar 11, 2024, 10:29 PM IST

Updated : Mar 11, 2024, 10:53 PM IST

हरक सिंह रावत को ओडिशा भेजने पर बीजेपी ने ली चुटकी

देहरादून: उत्तराखंड के कद्दावर नेता हरक सिंह रावत को कांग्रेस हाईकमान ने ओडिशा में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आब्जर्वर के तौर पर भेजा है. ओडिशा की जिम्मेदारी मिलने के बाद माना जा रहा है कि हाईकमान ने हरक सिंह को एक तरह से उत्तराखंड से ओडिशा के लिए रवाना कर दिया है. वहीं, आदेश होते ही हरक सिंह रावत ओडिशा के लिए रवाना हो भी गए हैं.

वो भी ऐसे वक्त में जब उत्तराखंड में भी लोकसभा चुनावों के प्रत्याशियों का इंतजार हो रहा है. ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने हरक सिंह को एक तरह से आगामी लोकसभा चुनाव के लिए दावेदारी से अलग कर दिया है. हालांकि, इसे तय रूप में भी नहीं लिया जा सकता है.

चर्चाओं में हरक सिंह रावत: अपनी बेबाकी से चर्चाओं रहने वाले हरक सिंह रावत लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताकर पहले ही कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को टेंशन दे चुके हैं तो वहीं अब हरक सिंह को ओडिशा शिफ्ट करने के बाद हरिद्वार लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का रास्ता साफ हो गया है.

हालांकि, आधिकारिक तौर पर कांग्रेस ने उत्तराखंड में अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है, यह केवल कयासबाजी है. वहीं, दूसरी तरफ प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी और सीबीआई से घिरे हरक सिंह रावत को कांग्रेस हाईकमान ने जिम्मेदारी के रूप में तवज्जो देकर उन्हें राहत जरूर दी है.

बीजेपी बोली- समाप्ति की ओर हरक सिंह रावत की राजनीति: इस पूरे घटनाक्रम पर बीजेपी का कहना है कि ये हरक सिंह रावत की समाप्त होती राजनीति का संकेत है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता गौरव पांडे ने हरक सिंह रावत पर तंज कसते हुए कहा कि उत्तराखंड में हरक सिंह रावत की राजनीतिक पारी समाप्ति की ओर है.

कांग्रेस हरक सिंह रावत को लेकर बिलकुल भी गंभीर नहीं है. जिस तरीके से दूसरी तरफ उन पर जांच चल रही है, इसे देखते हुए लगता है कि हरक सिंह की राजनीतिक पारी समाप्ति की ओर है. खुद हरक सिंह रावत को सोचना चाहिए कि चुनाव से पहले उन्हें ओडिशा क्यों भेजा गया?

कांग्रेस बोली- ईडी और सीबीआई लगाकर राजनीति खत्म करने की कोशिश बड़ी भूल: वहीं, दूसरी ओर बीजेपी के इस बयान पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और विधायक प्रीतम सिंह ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि जो लोग राजनीति में रहते हैं, उनके जीवन में उतार चढ़ाव आना सामान्य बात है. उन्होंने कहा कि यदि बीजेपी को लगता है कि हरक सिंह रावत के पीछे ईडी और सीबीआई लगाकर उनकी राजनीति खत्म हो जाएगी तो यह उनकी बड़ी भूल है.

प्रीतम सिंह ने कहा कि बीजेपी इस भ्रम में न रहें कि जिस पर ईडी की कार्रवाई हो, वो दोबारा राजनीति में सक्रिय नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि कांग्रेस हाईकमान ने हरक सिंह रावत को ओडिशा की जिम्मेदारी सौंपी है. बीजेपी जिस तरीके से चाल, चरित्र और चेहरा राजनीति में लाकर चल रही है, लंबे समय तक चलने वाला नहीं है.

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वो भी ऐसे वक्त में जब उत्तराखंड में भी लोकसभा चुनावों के प्रत्याशियों का इंतजार हो रहा है. ऐसे में माना जा रहा है कि कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने हरक सिंह को एक तरह से आगामी लोकसभा चुनाव के लिए दावेदारी से अलग कर दिया है. हालांकि, इसे तय रूप में भी नहीं लिया जा सकता है.

चर्चाओं में हरक सिंह रावत: अपनी बेबाकी से चर्चाओं रहने वाले हरक सिंह रावत लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा जताकर पहले ही कांग्रेस के बड़े नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को टेंशन दे चुके हैं तो वहीं अब हरक सिंह को ओडिशा शिफ्ट करने के बाद हरिद्वार लोकसभा सीट से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का रास्ता साफ हो गया है.

हालांकि, आधिकारिक तौर पर कांग्रेस ने उत्तराखंड में अपने प्रत्याशियों की घोषणा नहीं की है, यह केवल कयासबाजी है. वहीं, दूसरी तरफ प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी और सीबीआई से घिरे हरक सिंह रावत को कांग्रेस हाईकमान ने जिम्मेदारी के रूप में तवज्जो देकर उन्हें राहत जरूर दी है.

बीजेपी बोली- समाप्ति की ओर हरक सिंह रावत की राजनीति: इस पूरे घटनाक्रम पर बीजेपी का कहना है कि ये हरक सिंह रावत की समाप्त होती राजनीति का संकेत है. बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता गौरव पांडे ने हरक सिंह रावत पर तंज कसते हुए कहा कि उत्तराखंड में हरक सिंह रावत की राजनीतिक पारी समाप्ति की ओर है.

कांग्रेस हरक सिंह रावत को लेकर बिलकुल भी गंभीर नहीं है. जिस तरीके से दूसरी तरफ उन पर जांच चल रही है, इसे देखते हुए लगता है कि हरक सिंह की राजनीतिक पारी समाप्ति की ओर है. खुद हरक सिंह रावत को सोचना चाहिए कि चुनाव से पहले उन्हें ओडिशा क्यों भेजा गया?

कांग्रेस बोली- ईडी और सीबीआई लगाकर राजनीति खत्म करने की कोशिश बड़ी भूल: वहीं, दूसरी ओर बीजेपी के इस बयान पर कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और विधायक प्रीतम सिंह ने अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि जो लोग राजनीति में रहते हैं, उनके जीवन में उतार चढ़ाव आना सामान्य बात है. उन्होंने कहा कि यदि बीजेपी को लगता है कि हरक सिंह रावत के पीछे ईडी और सीबीआई लगाकर उनकी राजनीति खत्म हो जाएगी तो यह उनकी बड़ी भूल है.

प्रीतम सिंह ने कहा कि बीजेपी इस भ्रम में न रहें कि जिस पर ईडी की कार्रवाई हो, वो दोबारा राजनीति में सक्रिय नहीं हो सकता. उन्होंने कहा कि कांग्रेस हाईकमान ने हरक सिंह रावत को ओडिशा की जिम्मेदारी सौंपी है. बीजेपी जिस तरीके से चाल, चरित्र और चेहरा राजनीति में लाकर चल रही है, लंबे समय तक चलने वाला नहीं है.

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Last Updated : Mar 11, 2024, 10:53 PM IST
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