रायपुर : छत्तीसगढ़ में जल्द भाजपा का संघटनात्मक ढांचा प्रदेश स्तर पर बदल सकता है. आगामी नगरीय निकाय चुनाव को देखते हुए छग बीजेपी जल्द ही संगठन चुनाव करा सकती है. बीजेपी ने इसकी प्रक्रिया भी शुरू कर दी है. फिलहाल, बूथ स्तर पर भाजपा के सक्रिय सदस्यों को पदाधिकारी चुना जा रहा है. पिछले 14 से 20 नवंबर तक बूथ कमेटी का भी चुनाव हुआ है. अब बाकी चुनाव भी पार्टी के संविधान अनुसार तय समय सीमा में कराए जाने की संभावना है.
भाजपा में संगठन चुनाव की तैयारी तेज : छग भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने बताया कि हमारे अपने सिस्टम हैं, जिसके तहत चुनाव की प्रक्रिया का संचालन किया जाता है. उसके लिए समितियों का गठन किया गया है. उसके संयोजक, सदस्य और चुनाव में पारदर्शिता के लिए के लिए एक और टीम बनाई गई है, जिसको लेकर तैयारियां शुरू हो गई है. कार्यशालाएं भी हो चुकी हैं.
जैसा हमारे पार्टी का संविधान कहता है, उसके अनुसार समय पर लोकतांत्रिक चुनाव प्रक्रिया पूरी हो जाएगी. संगठन चुनाव तय सीमा में पूरा कर लिया जाएगा. : अमित चिमनानी, मीडिया प्रभारी, छत्तीसगढ़ भाजपा
चुनाव से पहले दिल्ली में होगी अहम बैठक : पार्टी सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी मंडल और जिला अध्यक्षों के चुनाव से पहले सभी राज्यों के चुनाव प्रभारियों की दिल्ली में बैठक होगी. इस बैठक में संगठन चुनाव के अगले चरणों की रूपरेखा तय की जाएगी. इसमें छत्तीसगढ़ के भाजपा नेता भी शामिल होंगे. यह पूरी संभावना है कि आगामी 3 महीने में भाजपा संगठन का स्वरूप बदला हुआ नजर आए.
बीजेपी के सक्रिय सदस्य चुनाव में होंगे शामिल : संगठन चुनाव में भागीदारी के लिए बीजेपी का सक्रिय सदस्य होना अनिवार्य है. प्रदेश में बीजेपी के 405 मंडल हैं और प्रत्येक मंडल में 200 सक्रिय सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा गया है. वहीं, कुल एक लाख सक्रिय सदस्य बनाने की तैयारी की गई है. अभी लगभग 50000 सक्रीय सदस्य बन चुके हैं, जिनकी दिल्ली में होने वाली बैठक में समीक्षा की जाएगी. वहीं, सामान्य सदस्यों के लिए 60 लाख का लक्ष्य रखा था, जिसमें से 53 लाख नए सदस्य बन चुके हैं.
शक्ति प्रदर्शन की तैयारी कर रही भाजपा : इस बार भाजपा सदस्यता अभियान के दौरान संगठन ने हर वर्ग को जोड़ने का संदेश दिया है. ऐसे लोग जो सामाजिक कार्य कर रहे हैं, उन्हें प्राथमिकता दी जा रही है. संगठन चुनाव के जरिए भाजपा अपनी ताकत दिखाने के लिए रणनीति तैयार कर रही है.
जनप्रतिनिधियों पर पार्टी की पैनी नजर : पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इस बार संगठन चुनाव में जनप्रतिनिधियों पर पार्टी की पैनी नजर होगी. इस चुनाव के लिए स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि बूथ, मंडल या जिला अध्यक्ष के चुनाव निष्पक्ष और सर्वसम्मति से होना चाहिए. किसी भी तरह के पक्षपात की गुंजाइश न हो. यदि कोई विधायक या सांसद अपने समर्थक या रिश्तेदार को संगठन में बिठाने का प्रयास करते हैं तो उसे रोकने के लिए रणनीति भी पार्टी ने तैयार की है. भाजपा पीढ़ी परिवर्तन की रणनीति के तहत काम कर रही है.