देहरादून: उत्तराखंड में सिंचाई विभाग के तबादले विवादों में है. इसको लेकर जहां पिछले दिनों कई सवाल खड़े किए गए हैं तो वहीं अब भाजपा के ही विधायकों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को पत्र लिखकर सिंचाई विभाग में अभियंताओं की पोस्टिंग पर नाराजगी जाहिर कर दी है. बड़ी बात यह है कि भाजपा विधायक अपनी ही सरकार के मंत्री पर इस तरह नियम विरुद्ध पोस्टिंग को लेकर सवाल खड़े कर रहे हैं.
धामी सरकार के मंत्री सतपाल महाराज इन दोनों अभियंताओं की पोस्टिंग को लेकर अपने विधायकों की नाराजगी झेल रहे हैं. मामला जूनियर अभियंताओं को प्रभारी के तौर पर सीनियर बनाने से जुड़ा है. इसके अलावा दागी अभियंताओं को भी महत्वपूर्ण पोस्टिंग देने पर कुछ विधायकों ने अपना रोष व्यक्त किया है. हालांकि सिंचाई विभाग में तबादलों को लेकर पहले ही विभाग की कार्य प्रणाली सवालों में रही है और अभियंताओं के तबादले ठीक से नहीं होने की बात भी कही जाती रही है, लेकिन इन तमाम चर्चाओं के बीच अब भाजपा के विधायक भी नाराज दिखाई देने लगे हैं.
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी लिखा है नाराजगी भरा पत्र: सिंचाई विभाग में अभियंताओं की पोस्टिंग और तबादलों को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी विधायकों ने पत्र लिखें हैं. खास बात यह है कि अपने इस पत्र में विधायक सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज से नाराज दिखाई दे रहे हैं और उन्होंने अभियंताओं के गलत तरीके से हुए तबादलों पर मुख्यमंत्री से हस्तक्षेप करने के लिए कहा है.
भाजपा विधायक दिलीप सिंह रावत का बयान: इस मामले में नाराज होने वाले विधायकों में लैंसडाउन के भाजपा विधायक दिलीप सिंह रावत का नाम भी सामने आ रहा है. इस मामले पर जब ईटीवी भारत ने विधायक दिलीप सिंह रावत से बात की तो उन्होंने नाराजगी की बात को स्वीकार करते हुए इसे पार्टी का अंदरूनी मामला बताया.
विधायक दिलीप सिंह रावत ने बताया कि उनकी मुख्यमंत्री धामी से विभिन्न मामलों पर बात होती रहती है और वह अंदरूनी मामले को मीडिया के साथ साझा नहीं कर सकते. दिलीप सिंह रावत ने कहा कि हमारी कोई नाराजगी यदि सरकार के मंत्री से है तो वह उस बात को मुख्यमंत्री के सामने ही रखेंगे, क्योंकि वह सरकार के मुखिया हैं और वही उनकी समस्या का समाधान करेंगे.
मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र में पौड़ी जिले में तैनात एक ऐसे अभियंता का भी जिक्र किया गया है, जिस पर भ्रष्टाचार से जुड़े मामले चल रहे हैं और इसके बावजूद उसे महत्वपूर्ण पोस्टिंग दी गई है. हालांकि यह पहला मौका नहीं है, जब भाजपा सरकार के किसी मंत्री के खिलाफ उसी के विधायक ने सवाल खड़े किए हो. इससे पहले दिलीप सिंह रावत अपनी ही सरकार में मंत्री रहे हरक सिंह रावत के खिलाफ भी मोर्चा संभालते रहे हैं. इसके अलावा पिछले दिनों वन मंत्री सुबोध उनियाल के खिलाफ भी भाजपा के ही विधायक दुर्गेश्वर लाल ने धरना दे दिया था.
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