MCD की बैठक में भाजपा पार्षदों ने किया हंगामा, AAP पार्षद अंकुश नारंग को बर्खास्त करने की मांग - एमसीडी की बैठक में हंगामा
MCD Meeting: गुरुवार को एमसीडी की बैठक में भाजपा पार्षदों ने जमकर हंगामा किया, जिसके बाद निगम की कार्यवाही स्थगित कर दी गई. इस दौरान भाजपा पार्षदों ने छेड़छाड़ करने के आरोपी पार्षद अंकुश नारंग को बर्खास्त करने की मांग की.
Published : Mar 7, 2024, 6:48 PM IST
नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम (MCD) सदन की बैठक गुरुवार को भी हंगामे की भेंट चढ़ गई. बैठक में भाजपा पार्षदों ने AAP पार्षद अंकुश नारंग पर कथित छेड़छाड़ के आरोपों को लेकर उन्हें बर्खास्त करने की मांग को लेकर जमकर हंगामा किया. इसके चलते मेयर शैली ओबरॉय ने एजेंडा पास कर निगम की कार्यवाही को स्थगित कर दिया.
गुरुवार को सदन की बैठक करीब 15 मिनट की देरी से दोपहर 2:45 पर शुरू हुई. शोक प्रस्ताव के बाद के बाद कमिश्नर ने रिपोर्ट पढ़ा. इसके बाद भाजपा पार्षद वेल में आ गए और बैनर लहराते हुए आप पार्षद अंकुश नारंग पर लड़की से छेड़छाड़ करने के मामले को लेकर उन्हें बर्खास्त करने की मांग करने लगे. इसके अलावा हाउस टैक्स वापस लेने की भी मांग की.
इस पर दिल्ली नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष राजा इकबाल सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी अब रावण पार्टी बन गई है. कभी यह भगवान राम के मंदिर का विरोध करते हैं तो कभी यह बहनों के साथ छेड़छाड़ करते हैं. कभी यह शराब बेचते हैं, तो कभी ये घोटाला करते हैं. पहले इनके मंत्री जेल जा रहे थे और अब लगता है कि इनके पार्षद भी जेल जाएंगे.
उन्होंने कहा कि आप विधायक प्रकाश जरवाल पर एक डॉक्टर को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में दोषी पाए गए. वहीं, उनके पार्षद अंकुश नारंग पर छेड़छाड़ के आरोप लगे हैं. अंकुश नारंग को बर्खास्त कर उनकी सदस्यता रद्द करनी चाहिए और उनके वार्ड में दोबारा चुनाव कराया जाना चाहिए.
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वहीं, दूसरी तरफ सदन में हंगामा किए जाने को लेकर मेयर शैली ओबराय ने भाजपा पार्षदों पर गुंडागर्दी का आरोप लगाया. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा चर्चा में भाग नहीं लेना चाहती, जिसकी वजह से उनके पार्षद सदन शुरू होते ही हंगामा शुरू कर देते हैं. उन्हें दिल्ली के जनता के कामों से कोई मतलब नहीं है.
बता दें, अगर आचार संहिता लगने से पहले बैठक नहीं बुलाई गई, तो यह बैठक इस सत्र की आखिरी बैठक साबित होगी, क्योंकि आचार संहिता लागू होने के बाद सदन की बैठक नहीं बुलाई जा सकती. वहीं आगामी 31 अप्रैल को ही मेयर शैली ओबरॉय का कार्यकाल भी खत्म हो रहा है.
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